शरद पवार की पार्टी में पुराने नेताओं की वापसी
नागपुर: पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दावा किया है कि शरद पवार को छोड़कर जाने वाले अनेक नेता अब पछता रहे हैं। वे जब अकेले में मिलते हैं तो खेद व्यक्त करते हैं। अनिल देशमुख ने यह बात नागपुर में मीडिया से बातचीत में कही। राकां शरद पवार पार्टी छोड़कर उद्धव सेना में जाने वाले विधायक भास्कर जाधव नाराज चल रहे हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें वहां महत्व नहीं दिया जा रहा है। अब वे शिवसेना भी छोड़ सकते हैं।
जाधव ने कहा है कि शरद पवार को छोड़ना उनकी बड़ी गलती थी। इस वक्तव्य के बाद से उनकी राकां में वापसी की चर्चा शुरू हो गई है। देशमुख इसी संदर्भ में पूछे गए सवाल पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे अनेक नेता हैं जो निजी मुलाकातों में पार्टी छोड़ जाने पर खेद जताते हैं। बता दें कि राष्ट्रवादी पार्टी का दो फाड़ हुआ था तो 40 विधायक अजीत पवार के साथ महायुति सरकार में शामिल हो गए थे।
महायुति में सब खुश नहीं
देशमुख ने दावा किया कि अनेक विधायकों का कहना है कि शरद पवार को छोड़ना हमारी मजबूरी थी। विपरीत परिस्थिति में यह निर्णय लेना पड़ा। इनमें अनेक वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भास्कर जाधव हमारे ही नेता हैं। वे राष्ट्रवादी के प्रदेश अध्यक्ष थे। आघाड़ी सरकार में मंत्री थे। अब वे राकां में वापस आएंगे या नहीं, यह मुझे नहीं मालूम। अजीत पवार के साथ 40 विधायक मूल पार्टी को छोड़कर चले गए। वे अब सरकार में हैं लेकिन उनमें से सभी खुश हैं, ऐसा नजर नहीं आता। हालांकि विधानसभा चुनाव में शरद पवार पार्टी के अनेक दिग्गज नेता पराजित हुए जबकि अजीत पवार के गुट ने विदर्भ में 7 उम्मीदवार खड़े किए थे जिसमें 6 चुनकर आए हैं।
1000 करोड़ से अधिक है शालार्थ आईडी घोटाला
देशमुख ने बोगस शिक्षक भर्ती घोटाले के संदर्भ में दावा किया कि यह 1000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला है दलालों की टोली राज्यभर में सक्रिय है। मुख्याध्यापक, व्यवस्थापन मंडल की मिलीभगत से ये दलाल बोगस भर्ती करते हैं. 2012 में भर्ती कर 2018 में दिखाते हैं और इन 6 सालों तक पैसे ऐंठते हैं. शिक्षा मंत्री भुसे के जिले में घोटाले की बात मैंने उजागर की थी जिसकी एसआईटी जांच हो रही है. उन्होंने कहा कि निवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से इस घोटाले की जांच होनी चाहिए.