मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: एक्स@CMOMaharashtra)
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में गौ तस्करी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसको लेकर एक अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गौ तस्करी के आरोपियों पर अब मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मकोका जैसे सख्त कानून से गौ तस्करी के आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी।
विधानसभा में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि अगर कोई आरोपी बार-बार गौ तस्करी के आरोप में पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार गौ तस्करी पर कड़ी नजर रख रही है। इस अपराध को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि बता दें कि पिछले साल ही महाराष्ट्र में गाय को राज्य माता का दर्जा दिया गया है। सीएम फडणवीस ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति बार-बार गौ तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मकोका जैसे सख्त कानून का उपयोग किया जाएगा। ताकि उसे कठोर सजा मिल सके और वह समाज के लिए खतरे का कारण न बने।
महाराष्ट्र में पिछले साल तत्कालीन एकनाथ शिंदे की सरकार में गाय को राज्य माता का दर्जा दिया गया था। शिंदे ने कहा था कि यह फैसला राज्य में देशी गाय की घटती संख्या को लेकर की गई है।
2019 की पशुधन गणना के अनुसार देसी गायों की आबादी में 46 लाख से अधिक की गिरावट आई है। यह 2014 की पिछली पशुधन गणना की तुलना में 20% की गिरावट को आई थी। सरकार ने भी कृषि आय को बढ़ाने के उद्देश्य से संकर नस्ल की गायों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। राज्य के पशुपालन विभाग के अधिकारी स्वीकार करते हैं कि संख्या में कमी आई है।
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स्वदेशी मवेशियों की नस्लों के विकास पर काम करने वाले संगठन गोविज्ञान अनुसंधान केंद्र के प्रमुख संजय मनिस्गा का कहना है कि किसानों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गाय आधारित खेती पर निर्भरता, जिसमें गोबर और मूत्र का उपयोग बढ़ाने की जरूरत है।