वर्धा. महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद की ओर से रविवार को महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (महाटीईटी) शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में आयोजित की गई थी़ वहीं परीक्षा केंद्रों के गलत नियोजन का खामियाजा परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ा. ग्रामीण विभाग से आने वाले अनेक परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए. परीक्षा केंद्र का गेट समय से पहले बंद किए जाने का आरोप उम्मीदवारों ने लगाया है़ इस दौरान रोष व्याप्त उम्मीदवारों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर संबंधित अधिकारी से संपर्क कर न्याय की गुहार लगाई.
शिक्षकों की पात्रता सिद्ध करने के लिए ली जाने वाली एमटीईटी परीक्षा का आयोजन शिक्षा विभाग की ओर से किया गया. इसके लिए शहर के विभिन्न केंद्र नियुक्त किए गए थे़ परीक्षा 2 सत्रों में सुबह 10.30 से 1 बजे तथा दोपहर 2 से 4.30 बजे तक ली गई़ इस दौरान सुशिल हिंतसिंगका जूनिअर कालेज के परीक्षा केंद्र का गेट समय से पहले बंद करने का आरोप उम्मीदवारों ने लगाया है़ परीक्षा से वंचित रहने के कारण परीक्षार्थियों ने न्याय के लिए गुहार लगाई है.
परीक्षा देने आए उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि द्वितीय सत्र में दोपहर 2 बजे से 4.30 बजे तक परीक्षा थी़ परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए 1.40 बजे तक समय दिया था़ नियोजित समय 1.30 बजे सुशिल हिंमतसिंगका जूनिअर कालेज स्थित परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे़ किंतु, समय से पहले ही गेट बंद कर दिया़ इससे परीक्षा से हमें वंचित रहना पड़ा है़ वंचित उम्मीदवारों में अधिकतर ग्रामीण विभाग से आए हुए थे़ एसटी बसें बंद रहने से निजी वाहनों से पहुंचने में थोड़ी देरी हुई़ किंतु परीक्षा शुरू नहीं हुई थी, फिर भी उनकी एक बात नहीं सुनी गई.
परीक्षा केंद्र का गेट बंद रहने से कुछ उम्मीदवारों ने गेट लांघकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश किया़ किंतु, केंद्र में देरी से आने के कारण उन्हें प्रशासन ने गेट के बाहर कर दिया़ इससे गुस्साए कुछ उम्मीदवारों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर संबंधित अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज की.
पहला पेपर 9 केंद्रों पर हुआ़ इसके लिए 2 हजार 291 परीक्षार्थी बैठे थे़ जिसमें से 1,956 परीक्षार्थियों ने पेपर दिया़ वहीं 335 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे़ जबकि द्वितीय सत्र का पेपर 7 केंद्रों पर था़ इसके लिए 2,045 परीक्षार्थी बैठे थे, जिसमें से 1,588 ने परीक्षा दी़ कुल 3,544 परीक्षार्थियों ने एक्जाम दी. वहीं जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्था का एक उड़न दस्ता व दूसरा प्राथमिक शिक्षा विभाग का उड़न दस्ता कार्यरत था.