महायुति (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में अनिश्चितता लगातार बढ़ रही है। यानी कब क्या हो जाए, कोई कह नहीं सकता है। सीटों के बंटवारे में रस्साकशी के बाद विधानसभा चुनाव साथ लड़ने वाले विपक्षी दलों के गठबंधन महाविकास आघाड़ी में एकला चलो की सुगबुगाहट काफी पहले से सुनाई दे रही है। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना पहले ही कह चुकी है कि हम मुंबई मनपा के चुनाव अकेले लड़ सकते हैं।
लेकिन अब ऐसी ही सुगबुगाहट सत्तारूढ़ महायुति से सुनाई पड़ रही है। दावा किया जा रहा है कि बीजेपी के साथ-साथ उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राकां में भी अपने दम पर निकाय चुनाव लड़ने की संभावनाओं की समीक्षा में चल रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उम्मीद से ज्यादा बड़ी सफलता मिलने से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं।
साल 2029 में राज्य की सत्ता अपने दम पर काबिज करने की बीजेपी में तैयारी अभी से शुरू हो गई है। निकट भविष्य में होने वाले निकाय चुनावों से इसकी नींव रखी जा सकती है। भले ही बीजेपी की ओर से मुंबई मनपा सहित सभी निकाय चुनाव महायुति के रूप में लड़ने की घोषणा की गई है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि निकाय चुनाव में बीजेपी ने अपने ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार लड़ाने की योजना बनाई है। ऐसे में सीटों के बंटवारे में ऊंच-नीच होने पर दूसरे विकल्प के तौर पर बीजेपी की बैठकों में अकेले दम पर चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर भी अभी से समीक्षा और मंथन चल रहा है।
बीजेपी में एकला चलो की रणनीति रातों रात नहीं बनी है, बल्कि इसकी तैयारी विधानसभा चुनाव से पहले ही शुरू हो गई थी। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में नंबर दो के नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कह दिया था कि 2024 के चुनाव बीजेपी महायुति में लड़ेगी लेकिन 2029 में बीजेपी अपने दम पर महाराष्ट्र का सीएम बनाएगी। मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठकों के दौरान 1 अक्टूबर 2024 को शाह ने मुंबई में घोषणा की थी 2024 में महायुति सत्ता में वापसी करेगी लेकिन 2029 में बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाएगी।
बीजेपी द्वारा आक्रामक ढंग से चलाए जा रहे सदस्यता अभियान से मिले संकेतों के बाद उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना एवं अजित पवार की राकां में हड़कंप मच गया है। देश और दुनिया की सबसे बड़ी व अमीर पार्टी बीजेपी ने हाल ही में महाराष्ट्र में 1 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा किया था। लगभग 1 लाख बूथों के जरिए पार्टी के 1.2 करोड़ प्राथमिक सदस्य बनाए गए थे।
महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
लेकिन बीजेपी का सदस्यता अभियान इसके बाद भी रुका नहीं है। बीजेपी में अगले 15 दिनों में संगठन पर्व के जरिए और 15 लाख लोगों को पार्टी से जोड़ने के लक्ष्य पर काम चल रहा है। बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष व राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मनपा चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों से साफ शब्दों में कह दिया है कि सदस्यता अभियान में सक्रियता को उम्मीदवारी का पैमाना माना जाएगा।
दूसरी तरफ बीजेपी के बढ़ते सदस्यों के कारण महायुति में शामिल घटक दलों को अपना जनाधार खतरे में पड़ता दिख रहा है। इसलिए अब शिवसेना (शिंदे गुट) और राकां अजित पवार में भी पार्टी के विस्तार की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके साथ-साथ शिंदे की शिवसेना में दमदार उम्मीदवारों की तलाश भी शुरू हो गई है।