उबर, ओला, रैपिडो बाइक टैक्सी (pic credit; social media)
मुंबई: परिवहन विभाग ने रैपिडो, उबर और ओला जैसे ऐप के जरिए बाइक टैक्सी चलाने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि अवैध तरीके से सर्विस चलाने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ऐप को बंद करने के लिए साइबर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। सभी आरटीओ को ऐसी अवैध सेवाओं में शामिल वाहनों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिए जा चुके है। हालांकि उबर और ओला ने सर्विस बंद कर दी है।
मामला दर्ज होने के 15 दिन बाद भी ऐप चालू
अवैध बाइक टैक्सियों के खिलाफ कार्रवाई करते समय आरटीओ को सेवाएं देने वाले दो दोपहिया वाहन मिले। इनके खिलाफ आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में उबर और रैपिडो एप के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और ओला ऐप के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इसके बावजूद भी इस ऐप के जरिए यह सेवा जारी रही।
परिवहन मंत्री ने भी किया था बाइक टैक्सी बुक
बुधवार को परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने एक रैपिडो बाइक को रंगे हाथों पकड़ा, जो अवैध रूप से ऐप के माध्यम से यात्रियों की बुकिंग कर रहा था। उन्होंने मंत्रालय से दादर तक के लिए खुद ही एक राइड बुक की। हालांकि इसके लिए उन्होंने एक अलग नाम का इस्तेमाल किया।
लाइसेंस लेना जरूरी
बता दें कि राज्य में यात्री परिवहन शुरू करने के लिए मोटर वाहन अधिनियम और मोटर वाहन एग्रीगेटर गाइडलाइन 2020 के तहत लाइसेंस लेना जरूरी है। हालांकि इन कंपनियों ने बिना कोई वैध अनुमति लिए ऐप के जरिए बाइक टैक्सी सेवाएं शुरू कर दी थी। साथ ही मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार यात्री परिवहन के लिए निजी वाहन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। ऐसा करने पर दंडात्मक कार्रवाई होती है। हालाँकि आरटीओ ने देरी से ही सही पर इस संबंध में नियम तोड़ने वालों पर कार्यवाई शुरू कर दी है।
रैपिडो को किसी का डर नहीं
परिवहन मंत्री के हस्तक्षेप के बाद उबर और ओला ने बाइक टैक्सी की सर्विस बंद कर दी है। लेकिन रैपिडो ने अब तक इस सर्विस को जारी रखा है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि रैपिडो को किसी का डर नहीं है।