प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Jalna Cow Slaughter Viral Video News: महाराष्ट्र के जालना जिले में गो-हत्या से जुड़े एक कथित वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गंभीर रूप ले चुका है। इस मामले में लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी असलम महमूद कुरैशी को आखिरकार पुलिस ने उसके दो साथियों सहित रविवार को गिरफ्तार कर लिया। सदर बाजार पुलिस की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय स्तर पर बढ़े तनाव और आक्रोश में कुछ कमी आई है।
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। बताया जा रहा है कि यह वीडियो गो-हत्या से संबंधित है। वीडियो सामने आते ही स्थानीय समुदाय में आक्रोश फैल गया। खासकर हिंदू संगठनों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और विरोध प्रदर्शन करते हुए जालना के सदर बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराई। संगठनों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की थी। हालांकि मुख्य आरोपी असलम कुरैशी घटना के बाद से फरार था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। बढ़ते जनाक्रोश और संगठनों के दबाव के बीच पुलिस ने गहन जांच की और आखिरकार असलम कुरैशी को उसके दो साथियों सहित दबोच लिया।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों पर गोवंश हत्या निषेध अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो की प्रमाणिकता की जांच की जा रही है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। बंसल ने स्पष्ट किया कि इस तरह के संवेदनशील मामलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।
इस घटना के बाद हिंदू संगठनों का आक्रोश अभी भी शांत नहीं हुआ है। संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में आरोपियों को कठोर सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। संगठनों का कहना है कि इस तरह के मामलों से सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचती है और इसे रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।
जालना पुलिस के लिए यह मामला केवल अपराध से संबंधित नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था और सामुदायिक सौहार्द बनाए रखने की चुनौती भी है। वायरल वीडियो के कारण बढ़े तनाव ने स्थानीय माहौल को प्रभावित किया था। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन सतर्क बना हुआ है।
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पुलिस ने साफ किया है कि वीडियो की जांच तकनीकी स्तर पर की जा रही है। विशेषज्ञों की मदद से इसकी प्रमाणिकता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही आरोपियों से पूछताछ के आधार पर यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि घटना के पीछे और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं।
जालना जिले में गो-हत्या से जुड़े कथित वीडियो की वायरल घटना ने समाज में गहरी प्रतिक्रिया पैदा कर दी। पुलिस द्वारा असलम कुरैशी और उसके दो साथियों की गिरफ्तारी से जहां कानून-व्यवस्था पर प्रशासन की पकड़ मजबूत हुई है, वहीं हिंदू संगठनों की मांग है कि इस मामले में कठोर सजा देकर भविष्य के लिए एक कड़ा संदेश दिया जाए। फिलहाल पुलिस की जांच और पूछताछ जारी है, और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।