सड़क अर्जुनी: तहसील के कोसमतोंडी-बोडुंदा नाले पर पुल का निर्माण पिछले 3-4 महीनों से चल रहा है. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि इस मानसून में पुल का निर्माण पूरा हो पाएगा. पुल के सीमेंट कांक्रीट निर्माण पर ठेकेदार द्वारा पानी नहीं डाला जाता है. साथ ही क्योरिंग भी नहीं की गई है. जिससे ऐसा कहा जा रहा है कि निर्माण घटिया स्तर का है. ग्रामीणों की मांग है कि संबंधित विभाग इस निर्माण पर ध्यान दे और निर्माण सही तरीके से करवाएं.
इस पुल का भूमिपूजन मार्च 2022 को तत्कालीन पालक मंत्री प्राजक्त तनपुरे और इस क्षेत्र के विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे ने किया था. पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग गोंदिया उपविभाग सावंगी के अधीन किया जा रहा है. मार्च 2022 को हुए भूमिपूजन के करीब एक साल बाद पुल का निर्माण शुरू किया गया. काम शुरू हुए तीन-चार महीने बीत जाने के बाद भी आंशिक रूप से निर्माण आधा हो सका है.
बारिश के मौसम में पुल का निर्माण पूरा होने के कोई संकेत नहीं हैं. अगर बारिश के मौसम में पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो इस मार्ग से जाने वाले थाडेझरी, बोडुंदा के किसानों और नागरिकों को परेशानी होगी. मानसून के दौरान बाढ़ की स्थिति में बाइपास सड़क बह जाएगी. कोसमतोंडी के अधिकांश किसानों के खेत बोडुंदा परिसर में हैं. जिससे उन्हें इसी नाले से होकर आना-जाना पड़ता है. यदि बाईपास सड़क मानसून के दौरान बाढ़ से बह जाती है, तो इससे आने-जाने और कृषि कार्य करने में बहुत कठिनाई होगी.
इस पुल का निर्माण ठेकेदार द्वारा धीमी गति से किया जा रहा है और छह-सात मजदूर पुल का निर्माण करते नजर आ रहे हैं. देखा गया कि पुल निर्माण पर पानी नहीं डाला जा रहा है. निर्माण कितना मजबूत होगा क्योंकि पूरी गर्मी के दौरान पुल निर्माण पर पानी नहीं डाला गया है और सीमेंट के काम में बड़ी मात्रा में रेत का उपयोग किया जा रहा है. इस निर्माण में सीमेंट कम रेत अधिक दिखाई दे रही है. ठेकेदार से जल्द से जल्द पुल का निर्माण करने की मांग ग्रामीणों ने की है.