भारत-पाक युद्ध में घाटकोपर का जवान शहीद
मुबंई : घाटकोपर में शुक्रवार की सुबह एक फोन कॉल ने लोगों का दिल दहला दिया। जम्मूकश्मीर में तैनात घाटकोपर कामराज नगर का जवान मुरली नाईक भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद हो गया जिसकी खबर फैलते ही चारों तरफ सन्नाटा छा गया। गली मोहल्ले के लोगों में पाकिस्तान की प्रति गुस्सा दिखाई दिया तो वहीं इस नौजवान की शहादत पर लोगों ने गर्व भी महसूस किया।
शाहिद की बॉडी आंध्रप्रदेश से लाई जाएगी
जानकारी के अनुसार जम्मूकश्मीर में तैनात मुरली नाईक पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में शहीद हो गए। जवान के पिता श्री राम नायक ने नवभारत से हुई बातचीत में बचाया कि गुरुवार रात 3:30 मुरली को गोली लगी और वह शहीद हो गया। पिता के मुताबिक आर्मी की तरफ से जब फोन आया तो बहु ने फोन उठाया। खबर सुनते ही वह बेहोश हो गई। फिर मैंने अधिकारी से बात की, उन्होंने घटना की जानकारी दी और बताया कि शनिवार दोपहर 3:00 बजे तक शाहिद की बॉडी उसके पैतृक स्थान सत्य साई जिला आंध्रप्रदेश से लाई जाएगी.
खुद जम्मूकश्मीर में मांगी थी पोस्टिंग
बता दें कि नाइक परिवार दशकों से घाटकोपर के कामराज नगर में रहता है। फिलहाल एसआरए स्किम के तहत वह अपना घर खाली कर अपने पैतृक स्थान आंध्रप्रदेश चले गए है. मुरली नाईक 2022 में आर्मी जॉइन की थी। नासिक में ट्रेनिग के बाद वह असम में तैनात थे। उसके बाद उन्होंने खुद जम्मूकश्मीर में पोस्टिंग की मांग की थी। इसके बाद उन्हें जम्मूकश्मीर में पोस्टिंग मिली। शुक्रवार रात 3 बजे पाक की तरफ से की गई गोलीबारी में मुरली शहीद हो गए.
पूर्व नगरसेवक परमेश्वर कदम ने कहा हमें इस बारे में सुबह जानकारी मिली। श्री राम नाईक से बात हुई है। शाहिद की बॉडी उसके पैतृक स्थान आंध्रप्रदेश में जाएगी। वही पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस घटना के बाद जवान की शहादत पर हमें गर्व तो है लेकिन पाकिस्तान के ऊपर हमें गुस्सा भी है.