गडचिरोली में घायल पिता को अपने दोस्त के साथ चारपाई पर ले जाता बेटा
गडचिरोली: भले ही सरकार व प्रशासन गडचिरोली जिले के दुर्गम क्षेत्र में विकास की गंगा पहुंचाने की बात कह रहे है। लेकिन हकीकत यह है कि आज भी जिले के दुर्गम क्षेत्र में आवश्यकतानुसार बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है। जिसके कारण दुर्गम क्षेत्र के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसी ही एक मामला गडचिरोली की भामरागड तहसील में सामने आया है। जहां घायल हुए पिता को अस्पताल पहुंचाने के लिए बेटे ने अपने दोस्त के साथ पिता को चारपाई में डालकर करीब 18 किमी की दूरी पैदल ही तय कर अस्पताल में पहुंचाया है।
भामरागड तहसील के भटपार गांव निवासी मालु केये मज्जी नामक 67 वर्षीय व्यक्ति प्रतिदिन की तरह शुक्रवार को अपने खेत में काम कर रहा था। ऐसे में कीचड़ में उसका पैर फिसलने के कारण वह घायल हो गया। जिसके कारण वह दर्द से तड़प रहा था। पिता यह का दर्द देकर बेटा पुसु मज्जी घायल पिता को अस्पताल ले जाने एंबुलेंस समेत का हरसंभव प्रयास किया। लेकिन भामरागड तहसील का अतिवृष्टी के कारण बाढ़ की स्थिति निर्माण होकर जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा हुआ है।
ऐसे में सड़क का अभाव और नदी-नाले उफान पर होने से उसे वाहन की सुविधा नहीं मिल रही थी। आखिरकार पुसु ने अपने दोस्त की सहायता से पिता को एक चारपाई पर लेटाकर कीचड़ भरे रास्ते से पैदल ही 18 किमी की दूरी तय कर पिता को भामरागड के अस्पताल पहुंचाया। वहां पर डाॅक्टरों द्वारा जांच करने पर पैर फ्रॅक्चर होने की बात कही। और शल्यक्रिया करने के लिए गडचिरोली जिला अस्पताल में जाने की सूचना दी इसके बाद बेटे ने दोबारा चारपाई पर पिता को लेटाकर वापिस भटपार ले गया।