गडचिरोली. विभिन्न कारणों से विवादों में रहा सूरजागढ़ लौह प्रकल्प फिर एक बार नक्सलियों के निशाने पर आ गया है. गुरुपल्ली इलाके में मिले एक नक्सली पर्चे में नौकरी दिलाने के नाम पर खनन माफियाओं द्वारा आदिवासी महिलाओं का यौन शोषण किया जा रहा है. ऐसा आरोप पर्चे में नक्सलियों ने लगाया है.
विशेष दंडकारण्य जोनल समिति, दक्षिण गडचिरोली के प्रवक्ता कार्तिक कुमार के नाम से जारी नक्सली पर्चे में कहा गया कि, एटापल्ली तहसील के सुरजागड पहाडी पर पिछले देड वर्ष से लोह खनीज का खुदाईकरण शुरू है. स्थानीय लोगों को रोजगार देने के नाम पर कंपनी और प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े दावे किये जा रहे है. लेकिन वास्तविक स्थिति इससे भिन्न है.
इस इलाके में प्रशासन के साथ हाथ मिला कर कुछ खनन माफियाओं का यहा प्रभाव दिखायी देता है. इनमें से कुछ दलाल आदिवासी महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण कर रहे है,ऐसा आरोप नक्सलियों के पर्चे में लगाया गया है. इतना ही नहीं, यह भी जिक्र है कि, कुछ आदिवासी युवकों से दलालों ने रोजगार के नाम पर पैसे भी वसुल कर किये, पुलिस का डर दिखाकर यहां की महिलाओं को प्रताड़ित करते हैं. इस पत्र में ऐसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
विशेषत: नक्सलियों ने धमकी भी दी कि, यह सब नहीं रोका गया तो, दलालों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा. वहीं दुसरी ओर गुरुपल्ली मार्ग पर मिले यह नक्सली पर्चे नक्सलियों ने लगाए है, या फिर किसी और ने?इसे लेकर संदेह जताया जा रहा है. लेकिन कुछ माह पहले एक ट्रक चालक द्वारा आदिवासी महिला के साथ दुराचार करने का मामला सामने आया था.