कामठी पुलिस स्टेशन (फोटो नवभारत)
Nagpur Crime News: माता-पिता द्वारा शराब के नशे में अपने ही छोटे बच्चों के साथ क्रूरता बरतने का एक दिल दहला देने वाला मामला कामठी परिसर से सामने आया है। इस संबंध में शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर प्राप्त होते ही जिला बाल संरक्षण कक्ष नागपुर की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों बच्चों को रेस्क्यू किया और अत्याचारी माता-पिता के खिलाफ कार्रवाई की।
जानकारी अनुसार जूना कामठी पुलिस थाना परिसर के एक झोपड़पट्टी वाले इलाके से देर रात पथक को सूचना मिली कि एक दंपति शराब के नशे में अपने बच्चों को पीट रहा है।
सूचना मिलते ही पथक ने मौके पर जाकर देखा कि तीनों बच्चे जिनमें 2 लड़कियां 11 वर्ष और 7 वर्ष तथा 1 वर्ष का लड़का अत्यंत असुरक्षित स्थिति में पाये गये। बच्चों को वहां से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और जूनी कामठी पुलिस को सूचित कर आगे की कानूनी कार्रवाई बाल संरक्षण एवं देखभाल अधिनियम 2015 (जेजे एक्ट) के तहत शुरू की गई।
बाल संरक्षण अधिकारी मुस्ताक पठान ने बताया कि इससे पहले भी इस दंपति की शिकायत मिली थी। उस समय भी माता-पिता को चेतावनी और समुपदेशन के माध्यम से समझाया गया था लेकिन 27 अक्टूबर 2025 की रात करीब 2 बजे फिर से ‘वन जीरो नेटवर्क’ के माध्यम से शिकायत प्राप्त हुई कि बच्चों को पुनः प्रताड़ित किया जा रहा है।
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सूचना मिलते ही टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों बच्चों को रेस्क्यू किया और कामठी पुलिस की मदद से माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की। वर्तमान में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के आदेशानुसार तीनों बच्चों को बाल गृह में सुरक्षा के तहत रखा गया है।
यह कार्रवाई जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनील मेसरे के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुस्ताक पठान, विधि एवं परीक्षा अधिकारी सुजाता गुल्हाने तथा चाइल्ड लाइन प्रतिनिधि मीनाक्षी धडाडे और मंगला टेंभुर्णी द्वारा की गई।
नागपुर जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुस्ताक पठान ने बताया कि बच्चों पर किसी भी प्रकार की हिंसा या अत्याचार की शिकायत करने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। 1098 एक निःशुल्क और 24 घंटे चालू रहने वाला हेल्पलाइन नंबर है। नागरिकों से अपील है कि यदि कहीं भी किसी बच्चे पर अत्याचार या हिंसा होती दिखे तो तुरंत इसकी जानकारी दें, ताकि बच्चे का जीवन और भविष्य सुरक्षित किया जा सके।