नक्सलियों का आत्मसमर्पण (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Gadchiroli News: नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। एक दिन के भीतर 37 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले, ठीक एक दिन पहले गोंदिया पुलिस के सामने 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि आज आत्म समर्पण करने वालों में 27 इनामी नक्सली शामिल हैं, जिन पर कुल 65 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
इनमें सबसे ज्यादा चर्चित नाम है। वह कुख्यात नक्सली कुमली उर्फ अनिता मंडावी का है, जो कुख्यात एसझेडसीएम दल की सक्रिय सदस्य थी और वरीष्ठ नक्सली कमलेश की व्यक्तिगत गार्ड भी रही है। जानकारी के अनुसार, कमलेश ने तेलंगाना में गुप्त रूप से आत्मसमर्पण किया है। दंतेवाड़ा पुलिस की ‘लोन वर्राटू’ (अपने घर लौटो) मुहिम के तहत अब तक 1,160 नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट चुके हैं।
इनमें 333 नक्सलियों पर इनाम घोषित था। अभियान के सफल होते प्रभाव से प्रेरित होकर अन्य नक्सलियों ने भी हथियार छोड़ने का निर्णय लिया। आत्मसमर्पण करनेवाले नक्सली पीएलजीए कंपनी नं. 6, कंपनी नं. 10, कंपनी नं. 2 तथा आमदाई एरिया कमेटी में लंबे समय तक सक्रिय थे। 8 लाख इनामी कुमली उर्फ अनिता मंडावी, गीता उर्फ लख्मी, रंजन उर्फ सोमा मंडावी, भीमा तथा 5 लाख रूपये इनामी एसीएम क्रांती का समावेश है।
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कुख्यात नक्सली कुमली ने बताया कि वह और उसके कुछ साथी कुख्यात थुलथुली मुठभेड़ में शामिल थे। इस मुठभेड़ में डीआरजी जवानों ने 38 नक्सलियों को ढेर किया था। छत्तीसगढ़ के इतिहास में इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जाती है। घटनास्थल से 31 शव बरामद हुए थे, जबकि 7 शव नक्सली अपने साथ ले गए थे। एक साथ इतने इनामी नक्सलियों का आत्मसमर्पण दंतेवाड़ा पुलिस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है।