शिक्षकों का आंदोलन (सौजन्य-नवभारत)
Teachers’ Movement: गड़चिरोली जिले में शिक्षकों की पुरानी पेंशन की मांग की ओर अनदेखी कर राज्य सरकार के 1 सिंतबर के आदेश अनुसार 2013 पूर्व नियुक्त शिक्षकों को दो वर्ष में टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। इस निर्णय के खिलाफ शुक्रवार को जिले के शिक्षक व शिक्षकेत्तर संगठन द्वारा स्कूल बंद रख जिलाधीश कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया गया।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय के 1 सितंबर 2025 के निर्णय अनुसार जिन शिक्षकों की सेवा निवृत्ति के लिए पांच वर्ष से अधिक शेष है, उन्हें दो वर्ष के भीतर टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। टीईटी उत्तीर्ण न होने पर दो वर्ष के बाद सख्ती की निवृत्ति लेनी पड़ेगी।
इस टीईटी सख्ती के निर्णय के खिलाफ राज्य सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की शिक्षक संगठन की प्रमुख मांग है। यह अन्यायकारक आदेश को पीछे लें, इस मांग को लेकर विभिन्न शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति के नेतृत्व में शुक्रवार को स्कूल बंद कर जिलाधीश कार्यालय के सामने आंदोलन किया।
इस आंदोलन में महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षक समिति के अध्यक्ष योगेश ढोरे, सरचटिणीस खिरेंद्र बांबोले, कार्याध्यक्ष उबेंश पेंदाम, कोषाध्यक्ष नरेश जपंलवार, कॉस्ट्राईब कल्याण संगठन के अध्यक्ष गौतम लांडगे, सरचिटणीस प्रदीप उईके, पुरानी पेंशन संगठन के अध्यक्ष गुरुदेव नवघडे, बापू मुनघाडे, शिक्षक भारती के अध्यक्ष पुंडलिक देशमुख, सरचिटणीस राजन्ना बिद्दीवार, अरमदीप भुरले, शिक्षक परिषद के अध्यक्ष मनोज नेवलकर, श्रीनिवास कोडाप आदि समेत बड़ी संख्या में संगठनों के पदाधिाकरी उपस्थित थे।
धानोरा तहसील मुख्यालय में महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा धानोरा तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर तहसीलदार के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया गया है। इस तहसील में शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश लेकर और स्कूल बंद रख आंदोलन किया।
मुख्यमंत्री को भिजवाये गये ज्ञापन में प्राथमिक शिक्षकों को टीईटी अनिवार्य करने संदर्भ में राज्य सरकार शिक्षकों के सरक्षणार्थ भूमिका लेने, टीईटी अनिवार्यता के नाम पर रोकी गई पदोन्नति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने आदि समेत विभिन्न मांगों का समावेश है।
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यहां पर किये गये आंदोलन में जिलाध्यक्ष योगेश्वर ढोरे, जिला सरचिटणीस खिरेंद्र बांबोले, जिला कार्याध्यक्ष डंबाजी पेंदाम, जिला कोषाध्यक्ष नरेश जांपलवार समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी और शिक्षक उपस्थित थे।
एटापल्ली तहसील में शिक्षकों ने टीईटी खारिज करने और विभिन्न प्रलंबित मांग हल करने की मांग को लेकर तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकाला। जहां तहसीलदार के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया है। शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी समन्वय समिति तहसील एटापल्ली द्वारा मुख्यमंत्री को भिजवाये गये ज्ञापन में कहा गया कि 23 अगस्त 2010 के पहले नियुक्त हुए शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्यता खारिज करने, भर्ती प्रक्रिया में हुए विलंब संदर्भ में तत्काल निर्णय लेने समेत विभिन्न मांगों का समावेश है।
तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय नीलकंठ ओंडरे, भिवाजी मडावी, डोलेश तलांडे, संगीता करमे, ब्रह्मपुत्रा वाडके, पुष्पा गेडाम, पदम्मा कडुर्लावर, रमेश भोयर, महेश पुल्लूरवार, दीपक नागपूरवार, त्रिमूर्ति भिसे समेत अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।