हाथी (सोर्स: सोशल मीडिया)
Gadchiroli Elephant News: पिछले कुछ दिनों से चुरचुरा जंगल क्षेत्र में घूम रहा जंगली हाथियों का झुंड अब सीधे गड़चिरोली जिला मुख्यालय की सीमा तक पहुंच गया है। शनिवार की देर रात के दौरान इस झुंड ने मुख्यालय से महज 3 किमी दूर स्थित, खरपुंडी, माडेतुकूम तथा चांदाला इलाके में प्रवेश कर भारी उत्पात मचाया। हाथियों ने खेतों में खड़ी धान की फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया, जिससे फसल कटाई के मौसम में किसानों पर फिर संकट टूट पड़ा है।
गड़चिरोली जिले में जंगली हाथियों का दिखना अब आम बात हो चुकी है। बताया जाता है कि यह हाथियों का झुंड मूल रूप से ओडिशा राज्य का है। वहां खनन कार्यों के कारण उनका प्राकृतिक आवास नष्ट हो गया, जिसके चलते वे पलायन कर गए।
अक्टूबर 2021 में यह झुंड छत्तीसगढ़ के रास्ते सबसे पहले गड़चिरोली जिले के धानोरा तहसील में दाखिल हुआ था। तब से लगभग 30 हाथियों का यह समूह गड़चिरोली, धानोरा, आरमोरी, कुरखेडा और देसाईगंज तालुकों में भोजन और पानी की तलाश में लगातार घूम रहा है। जहां भी यह झुंड पहुंचता है, वहां की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो जाती हैं।
खास तौर पर धान, तुर और मक्का की फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों का कहना है कि होने वाले नुकसान और सरकार से मिलने वाली मुआवजा राशि में काफी अंतर है। वन विभाग द्वारा पंचनामा तो किया जाता है, लेकिन मुआवजा न के बराबर और बहुत देर से मिलता है। पहले जहां हाथी केवल जंगल से सटे गांवों में दिखते थे, अब वे आबादी वाले इलाकों और शहरों की सीमाओं तक पहुंचने लगे हैं।
इस घटना की जानकारी मिलते ही गड़चिरोली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी बालाजी भांडेकर के नेतृत्व में आज रविवार को सुबह के दौरान वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
विभाग द्वारा नुकसान का पंचनामा किया जा रहा है। साथ ही नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की गई है। हाथियों के करीब न जाएं, उनका वीडियो या सेल्फी लेने की कोशिश न करें और विशेष रूप से रात के समय घर से बाहर न निकलें ऐसी अपील की जा रही है।
गड़चिरोली जिले में विगत 4 वर्षो से जंगली हाथियों का विचरण शुरू है। इस बिच जंगली हाथी कुछ बार ही जिला मुख्यालय समिप से गुजरे है। वहीं इसी वर्ष मई 2025 में भी इन हाथियों ने आधी रात को गडचिरोली शहर में घुसकर उत्पात मचाया था, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई थी। अब फिर से हाथियों का झुंड शहर की सीमा पर पहुंच गया है, जिस पर वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है।
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गड़चिरोली जिले में जंगली हाथियों के झुंड के अलावा टस्कर हाथी भी विचरण कर रहा है। बिते दिनों से जंगली हाथियों का झुंड गड़चिरोली तहसील में पोर्ला वनपरिक्षेत्र के तहत आनेवाले चुरचुरा परिसर में विचरण कर रहा है। वहीं टस्कार हाथी का भी इसी परिसर में ही विचरण है।
इस दौरान हथियों के झुंड ने शनिवार की रात को आगे बढते हुए कठाणी नदी को पार कर शहर समिप माडेतुकूम-चांदाला परिसर में पहुंचे है। वहीं टस्कर हाथी अब भी कोढणा परिसर में ही विचरण कर रहा है। आज वह कोढणा से काटली मार्ग पर दिखाई दिया।
यह जंगली हाथियों का झुंड चुरचुरा माल जंगल परिसर में कु-हाडी, महादवाडी, गोगांव के खेत परिसर से कठाणी नदी पार कर खरपुंडी होते हुए माडेतुकूम में पहुंचा है। इस भ्रमण के दौरान जंगली हाथियों ने महादवाडी के मोहन ठाकरे के फार्म हाऊस के बगीचे के पेड़ों का व्यापक मात्रा में नुकसान किया है। वहीं भ्रमण के दौरान सैकडों हेक्टेयर खेत के धान फसलों का नुकसान किया है।