गोवंश तस्करी का ट्रक पलटा (सौजन्य-नवभारत)
Gadchiroli Cow Smuggling: गडचिरोली जिले में गोवंश तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विशेषत: पुलिस विभाग द्वारा गोवंश तस्करी के खिलाफ निरंतर कर्रावाईयां करने के बावजूद भी जिले में में आए दिन गोवंश तस्करी के मामले सामने आ रहे है। ऐसे में बुधवार को तडके गोवंश तस्करी करनेवाला कंटेनर अनियंत्रित होकर पलट गया। यह घटना धानोरा तहसील के गट्टा गांव समीपस्थ घटी। इस दुर्घटना में कंटेनर में अवैध तरीके से बंदी बनाए रखे 16 गोवंश की मौके पर ही मृत्यु हो गयी।
वहीं 8 गोवंश जिवित पाए गए है। यह घटना बुधवार को सुबह उजागर होते ही नागरिकों में खलबली मचकर परिसर के नागरिकों की घटनास्थल पर भीड हो गयी। वहीं पुलिस विभाग को जानकारी मिलते ही पुलिस कर्मी तत्काल मौके पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किया है। जिले में निरंतर हो रहे गोवंश तस्करी के बावजूद भी इस अवैध व्यवसाय पर रोक नहीं लग जाने के कारण नागरिकों में तीव्र नाराजगी व्याप्त है।
मंगलवार की रात के समय धानोरा तहसील के पेंढरी परिसर से टीएस- 12 युडी- 0118 क्रमांक के कंटेनर में करीब 24 गोवंश को अवैध तरीके से बंदी बनाकर बूचड़खाने ले जाया जा रहा था। ऐसे में पेंढरी-गड्डा मार्ग पर चालक का वाहन से नियंत्रण छुटकर कंटेनकर सडक पर पलट गया। वहीं दुर्घटना के बाद चालक वाहन छोड घटनास्थल से फरार हो गया है।
बताया जा रहा है कि, इससे पहले भी पेंढरी और छत्तीसगढ सीमा से सटे गांवों से गोवंश तस्करी के मामले सामने आया है। लेकिन इन मामलों पर अंकुश लगाने में संबंधित विभाग विफल होने के कारण वर्तमान स्थिति में इस क्षेत्र से सर्वाधिक गोवंश तस्करी होते दिखाई दे रही है।
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धानोरा तहसील के पेंढरी गांव से लेकर चातगांव तक करीब चार पुलिस थाने है। बावजूद इसके इस मार्ग से गोवंश तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। विशेषत: रात के समय गोवंश की तस्करी की जा रही है। चौपहिया और बडे वाहनों के सहायता से गोवंश तस्करी हो रही है। हालांकि कुछ कालावधि पहले पुलिस विभाग द्वारा निरंतर कार्रवाईयां किए से इस क्षेत्र में गोवंश तस्करी थम सी गयी थी। लेकिन वर्तमान स्थिति में गोवंश तस्कर सक्रिय होकर पुन: यह परिसर गोवंश तस्करों का अड्डा बन गया है।
जिले के ग्रामीण क्षेत्र से बडे पैमाने पर गोवंश की तस्करी हो रही है। अनेक बार कार्रवाईयों में अथवा दुर्घटनाओं में गोवंश मृत हो जाते है। विशेषत: कार्रवाइयां के बावजूद भी जिले से गोवंश तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। और रात के समय यह गोरखधंदा चल रहा है। ऐसे में जिले में होनेवाली गोवंश तस्करी को रोकने के लिये गोवंश तस्करों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग जिले के नागरिकों द्वारा की जा रही है।