(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Gadchiroli Elephant Attack: गड़चिरोली में जंगल में मवेशियों को चराने गये चरवाह पर एक जंगली हाथी ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना बुधवार को शाम के समय पोर्ला वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले चुरचुरा बीट के कक्ष क्रमांक 3 में घटी। घटना से परिसर के नागरिकों में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है। चुरचुरा निवासी वामन मारोती गेडाम (68) है।
जानकारी के अनुसार आरमोरी वनपरिक्षेत्र में विचरण करने वाले जंगली हाथियों का झुंड चार दिन पहले पोर्ला वनपरिक्षेत्र के चुरचुरा बीट में दाखिल हुआ था। यहां पर दाखिल होते ही जंगली हाथियों ने खेत फसलों का नुकसान करना शुरू कर दिया। रात के समय खेत परिसर में प्रवेश कर 31 जंगली हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया और दिनभर जंगल परिसर में विचरण कर रहे थे।
ऐसे में बुधवार को चुरचुरा निवासी वामन गेडाम और अन्य दो चरवाह चुरचुरा के जंगल परिसर में मवेशियों को चराने के लिये गये थे। इसी बीच अचानक हाथियों का झुंड वहां पर पहुंचा और झुंड का एक हाथी वामन गेडाम पर हमला किया। जिसमें गेडाम की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। वहीं वाहन के सहयोगी भयभीत होकर गांव की और भाग खड़े हुए।
घटना की जानकरी पोर्ला वनपरिक्षेत्र के वनकर्मचारियों को दी गई। जिसके बाद वनपरिक्षेत्र अधिकारी पाचभाई, क्षेत्र सहायक अतुल धात्रक, वनरक्षक बीके ढोणे आदि घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भिजवाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही गड़चिरोली वनविभाग के सहायक वनरक्षक सूर्यवंशी चुरचुरा गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से जंगल में न जाने की अपील की है।
गड़चिरोली जिले में पिछले कुछ वर्षों की अवधि में जंगली हाथियों की दहशत कायम होकर आए दिन फसलों को क्षति पहुंचा रहे है। विशेषत: अब तक जिले में हाथियों के हमले में 9 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। ऐसे में बुधवार को घटी घटना के बाद मृतकों की संख्या 10 पर पहुंच गयी है।
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मृतकों में तलवारगड़ निवासी धनसिंह टेकाम, वडसा वनविभाग अंतर्गत आने वाले सुधाकर आत्राम, दिभना निवासी होमाजी गुरनुले, मरेगांव निवासी मनोज येरमे, शंकरगनर निवासी कौशल्या मंडल, कियर निवासी गोंगलु तेलामी, हिद्दुर निवासी राजे हलामी, महारी वड्डे, चंद्रपुर जिले के नवेगांव निवासी शशीकांत सत्रे और अब चुरचुरा निवासी वामन गेडाम का समावेश है।
पिछले कुछ दिनों से गड़चिरोली वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले गांव परिसर में विचरण कर रहें हाथियों के झुंड ने मंगलवार की रात चुरचुरा चक परिसर में प्रवेश किया है। इस बीच हाथियों द्वारा परिसर में धान की फसल का नुकसान निरंतर रूप से किया जा रहा है। जिससे संबंधित किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मंगलवार की रात भी हाथियों ने चुरचुरा चक निवासी दर्जनों किसानों के खेत में पहुंचकर धान की फसल तहस-नहस कर दिया है। बुधवार को वनविभाग और कृषि विभाग की टीम ने नुकसानग्रस्त किसानों के खेत में पहुंचकर पंचनामा किया। इस बीच किसानों ने सरकार से तत्काल वित्तीय मदद की गुहार लगायी है।