देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)
गड़चिरोली: महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार (6 जून) को गड़चिरोली पहुंचे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित कवांडे पुलिस चौकी का दौरा किया। इस चौकी की स्थापना महाराष्ट्र पुलिस ने इसी साल मार्च में की थी।
चौकी का दौरा करने के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यहां के विकास के बारे में कहा, “कवांडे सीमा पर पहला गांव या छत्तीसगढ़ से प्रवेश करने के बाद सबसे पहले आने वाला गांव है। पास में अबूझमाड़ का जंगल है और यहां प्रशासन भी नहीं पहुंच पाता था। लेकिन हमारी पुलिस ने यहां चौकी खोली। इस चौकी की वजह से न सिर्फ पुलिस का दबदबा बढ़ा है बल्कि हमने सुरक्षा की कमी को भी पूरा किया है। हमने यहां 4जी टावर भी लगाया है। पुलिस ने सुरक्षा दी है और हम इस चौकी के जरिए सरकारी योजनाएं भी पहुंचाते हैं। इसलिए इससे लोगों में विश्वास बढ़ा है।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित कवांडे पुलिस चौकी का दौरा किया।
#WATCH | Gadchiroli: Maharashtra CM Devendra Fadnavis visits the Kawande Police Outpost on the Maharashtra-Chhattisgarh border. This outpost was set up by the Maharashtra Police in March this year. pic.twitter.com/ZbCEV6gZi5
— ANI (@ANI) June 6, 2025
नक्सलवाद को खत्म करने की समयसीमा पर उन्होंने कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संकल्प लिया है कि हम मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद मुक्त कर देंगे। इसलिए, इस लक्ष्य को लेकर अच्छा काम चल रहा है। महाराष्ट्र ने इसे अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। लेकिन समस्या यह थी कि छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर भर्ती हो रही थी और वहां से माओवादी यहां अपनी गतिविधियां चलाने के लिए आते थे।”
#WATCH | Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, “Kawande is like the first village at the border or the village that comes first after entry from Chhattisgarh. There is Abujhmarh forest nearby and even the administration could not reach here. But our Poluce opened an outpost… https://t.co/jvLAxLVoJW pic.twitter.com/M1YpLsWFrL
— ANI (@ANI) June 6, 2025
उन्होंने आगे कहा, “अब छत्तीसगढ़ में नई सरकार ने केंद्र के सहयोग से माओवादियों की कमर तोड़ दी है। जल्द ही हम पूरे इलाके में सुरक्षा की कमी को पूरा करेंगे, पुलिस का दबदबा होगा और हम मार्च 2026 तक इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।”
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हम जानते हैं कि जैसे ही जंगलों में नक्सलवाद खत्म होगा, शहरी माओवादी बड़े पैमाने पर सक्रिय हो जाएंगे। हमें इसका भी सामना करना होगा क्योंकि वे हमारी संस्थाओं को बदनाम करना चाहते हैं, लोगों का संस्थाओं से भरोसा उठवाना चाहते हैं और देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं। शहरी माओवादी यही करने की कोशिश करते हैं। इसके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।”