गड़चिरोली. निरंतर सूचना देने के बावजूद भी आरक्षीत वन परिसर में किया गया अतिक्रमण न हटानेवाले कढ़ोली के 64 अतिक्रमण धारकों पर वड़सा वनविभाग ने आज 20 दिसंबर को कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है. साथ ही कुल 10.40 हे. आर. जगह पर का अतिक्रमण भी हटया हे. वनविभाग के इस कार्रवाई के चलते वनजमीन पर अतिक्रमण् करनेवालों में हडकंप मचा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार देलनवाडी वनपरिक्षेत्र के कढोली के गांव समिपस्य कढोली से उराडी सड़क के सटे संरक्षित वन कक्ष क्रमांक 1141 में कढोली के 64 नागरिकों ने अतिक्रमण किया था. यहां उक्त ग्रामीणों ने झोपडियां तैयार कर कुल 10.40 हे. आर. जगह पर सामुहिक रूप से अवैध कब्जा किया था.
इसकी जानकारी मिलने के बाद वनविभाग ने अतिक्रमणधारकों को उक्त अतिक्रमण हटाने संदर्भ में सूचना दी थी. निरंतर समझाने का प्रयास किया. किंतू ग्रामीणों ने वनविभाग की बात न सूनते हुए अतिक्रमण कायम रखा. जिससे वनविभाग ने 18 दिसंबर को प्राथमिक वन अपराध रिपोर्ट क्र. 02/2021 के तहत 64 अतिक्रमणधारकों पर मामला दर्ज किया गया. वहीं आज वनविभग ने कार्रवाई कर कुल 10.40 हे. आर. जगह पर का अतिक्रमण हटाया.
कढोली के संरक्षित वन का कुल 10.40 हे. आर. भूमि पर अतिक्रमण होने की जानकारी वनविभाग को मिलते ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. उक्त कार्रवाई वडसा वनविभाग के उपवनसंरक्षक धर्मवीर सालविठ्ठल, सहाय्यक वनसंरक्षक धनंजय वायभासे, उपविभागीय वनाधिकारी मनोज चव्प्हाण के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी स्वप्नील ढोणे ने की.
इस दस्ते में वनपरिक्षेत्र अधिकारी अविनाश मेश्राम, एस. वी. नारनवरे, बी. सी. मडावी, एम. एच. राऊत, गाजी शेख, राजू कुंभारे, साईनाथ सोनुले, मुखरु किनेकार, संदीप शेंडे समेत देलनवाडी, आरमोरी, कुरखेडा वनपरिक्षेत्र के वनरक्षक व वनमजदूर ऐसे कुल 65 कर्मचारी सहभागी हुए थे.
वनविभाग के भूमि पर अतिक्रमण करना यह भारतीय वनअधिनियम 1927 कानुन का उल्लंघन है. जिससे वडसा वनविभाग अंतर्गत किसी भी वन में नागरिक अतिक्रमण न करे. ऐसा आह्वान वडसा वनविभाग की ओर से किया गया है. अगर कोई अतिक्रमण करने का दिखाई देने पर उनपर वनअधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. ऐसी बात भी वडसा वनविभाग के सहाय्यक वनसंरक्षक ने कहीं है. [blurb content=””]