गड़चिरोली. स्थानीय गोंडवाना विश्वविद्यालय संलग्नित महाविद्यालय के अनुसंधान केंद्र को लगाई छात्रों के संख्या की शर्त रद्द करे, ऐसी मांग गोंडवाना विश्वविद्यालय शिक्षण मंच ने कुलगुरु डा. प्रशांत बोकारे की ओर ज्ञापन द्वारा की है.
गोंडवाना विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न विद्या शाखा के लिए महाविद्यालय में संबंधित विषय के लिए अनुसंधान केंद्र का निर्माण किया गया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के कोई निर्देश नहीं होने के बावजूद उक्त केंद्र में छात्रों की संख्या 20 निर्धारित की गई है. गोंडवाना विश्वविद्यालय ने हाल ही में आयोजित किए गए आचार्य पदवी प्रवेश परीक्षा में करीबन 950 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है. अनेक छात्रों को विवि के इस शर्त के कारण अनुसंधान केंद्र पर प्रवेश लेने व अनुसंधान मार्गदर्शकों को विभिन्न दिक्कते हो रही है.
उक्त विद्यार्थी संख्या की शर्त तत्काल रद्द करे व केंद्र पर अनुसंधान मार्गदर्शकों को संख्या के तहत विद्यार्थी संख्या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मार्गदर्शक तत्व के अनुसार निश्चित करे, तथा गोंडवाना विश्वविद्यालय यूजीसी रेगुलेशन 2016 परिच्छेद क्रमांक 5.2.1 के तहत विवि से संलग्नित महाविद्यालय के अनुसंधान केंद्र पर कौनसे विषय के कितने अनुसंधान मार्गदर्शन उपलब्ध है, अनुसंधान करने के लिए कितने छात्रों के लिए जगह उपलब्ध है.
इस संदर्भ में विश्वविद्यालय के संकेतस्थल पर तत्काल जानकारी प्रकाशित करे, ऐसी मांग गोंडवाना विश्वविद्यालय शिक्षण मंच ने की है. कुलगुरू को ज्ञापन सौंपते समय गोंडवाना विश्वविद्यालय शिक्षण मंच के अध्यक्ष डा. अरुण प्रकाश, महामंत्री डा. रुपेंद्रकुमार गौर, कोषाध्यक्ष डा. रमेश सोनटक्के, डा. सुरेश खंगार, डा. मृणाल काले, डा. राजीव वेगीनवार, डा. राजू कसारे, डा. चंद्रमौली, डा. सुरेश बाकरे, डा. शुभांगी वडसकर, प्रा.विनोद कुकडे, डा. रवींद्र धारपवार, डा. भुषण आंबेकर, डा. गणपत देशमुख, प्रा. सुरेश कंती, डा. पंकज चव्हाण आदि उपस्थित थे.