एकनाथ शिंदे,आदिती तटकरे, गिरीश महाजन (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: महायुति सरकार में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी पार्टी के मंत्री भरत गोगावले एवं दादा भुसे 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को रायगढ़ एवं नासिक जिला मुख्यालय पर ध्वजारोहण का गौरव इस बार भी हासिल नहीं कर पाएंगे।
राज्य सरकार ने राज्य के प्रत्येक जिले में ध्वजारोहण करने वाले मंत्रियों और संरक्षक मंत्रियों की सूची जारी की है। सूची में स्पष्ट कर दिया गया है कि रायगढ़ जिला मुख्यालय पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे (राकां अजीत पवार) तो वहीं नासिक जिला मुख्यालय पर मंत्री गिरीश महाजन (बीजेपी) ही ध्वजारोहण करेंगे।
बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकां (अजीत पवार) के गठबंधन वाली महायुति सरकार 2.0 के गठन को लगभग 9 महीने से अधिक समय बीत चुके हैं। लेकिन सरकार में रायगढ़ और नासिक जिले के पालक मंत्री पद को लेकर फंसा पेंच सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है। खासकर रायगढ़ जिले में अजित की राकां और शिंदे की शिवसेना में पालक मंत्री पद को लेकर घमासान मचा है। शिंदे की शिवसेना के मंत्री भरत गोगावले तथा अजीत की राकां के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।
20 जनवरी 2025 को सीएम फडणवीस की सरकार के पालक मंत्रियों की सूची जारी की गई थी। इसमें अदिति को रायगढ़ का जबकि गिरीश महाजन को नासिक जिले का पालकमंत्री घोषित किया गया था। लेकिन रायगढ़ में मंत्री भरत गोगावले तो वहीं नासिक में मंत्री दादा भुसे भी जिले का पालक मंत्री बनना चाहते हैं।
गोगावले और भुसे की जिद के कारण डीसीएम शिंदे ने रायगढ़ एवं नासिक जिले के पालकमंत्री पद पर अदिति और महाजन की नियुक्ति का विरोध किया था। जिसके वजह से सीएम फडणवीस ने उक्त दोनों जिलों के लिए निर्णय पर तुरंत रोक लगा दी थी। लगभग 7 महीने बाद भी महायुति में यह मुद्दा अनसुलझा है।
रायगढ़ पालकमंत्री पद को लेकर गोगावले और तटकरे अब एक दूसरे पर खुलकर हमला बोलने लगे हैं। 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के दिन अदिति को रायगढ़ जिले पर ध्वजारोहण का सम्मान मिला था। इसलिए गोगावले चाहते थे कि 15 अगस्त पर ध्वजारोहण करने का सम्मान उन्हें मिले और अधिकार अवश्य मिलेगा, ये मानकर गोगावले तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन ध्वजारोहण समारोह एक बार फिर से अदिति तटकरे मिल गया है। इसी तरह नासिक में भी गिरीश महाजन को अधिकार मिला है।