नकली पनीर की फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई करती एलसीबी और एफडीए की टीम
धुले: नकली पनीर की बड़ी खेप ने पूरे धुले शहर को हिलाकर रख दिया है। एमआयडीसी अवधान से करीब 300 किलोग्राम नकली पनीर जब्त किया गया है। स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस इंस्पेक्टर श्रीराम पवार के नेतृत्व में एक टीम ने इस साहसिक कार्रवाई को अंजाम दिया। अचानक हुई इस छापेमारी ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है, जिससे खाद्य एवं औषधि प्रशासन की सतर्कता पर सवाल उठ रहे हैं। धुलेवासी पूछ रहे हैं कि क्या क्या एफडीए ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है, जिससे इतने बड़े पैमाने पर नकली पनीर का उत्पादन हो रहा है।
अवधान एमआईडीसी में नकली पनीर बनाने वाली इकाई का भंडाफोड़ किया गया, जहां अधिकारियों ने करीब 300 किलोग्राम नकली पनीर जब्त किया। अवैध संचालन के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस निरीक्षक श्रीराम पवार के नेतृत्व में एक टीम ने छापेमारी की। नकली पनीर शुद्ध दूध के बजाय दूध पाउडर, रसायनों और अन्य मिलावट से बनाया जाता था।
सूचना के आधार पर स्थानीय अपराध जांच शाखा (LCB), खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) और दुग्ध मिलावट निवारण समिति की टीम ने मिलकर छापा मारा। जब शौर्य दूध डेयरी नामक फैक्ट्री पर छापा मारा गया, तो यहां स्किम्ड मिल्क पाउडर और अन्य हानिकारक सामग्री मिलाकर पनीर तैयार किया जा रहा था। टीम ने फैक्ट्री में सामान और तैयार नकली पनीर को जब्त कर लिया। जब्त किए गए पनीर के नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं और परीक्षण के परिणामों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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धुले के तीन व्यक्तियों सोमनाथ गवली, कैलास गवली और सुहास गवली ने कथित तौर पर करीब डेढ़ महीने पहले एक अनधिकृत व्यवसाय शुरू किया था। उन्होंने 3 मजदूरों रामचंद्र श्रीमेवालाल गौतम, अतुल अमन और कमलेश भास्कर भगोरिया को काम पर रखा था, जिनके बारे में बताया गया कि वे लंबे बाल रखते थे और गुटखा खाने के आदी थे। जांच के दौरान, वे सभी घटनास्थल पर पाए गए और पुलिस ने तीनों गवली भाइयों से भी पूछताछ की।