भाकपा के सदस्य (फोटो नवभारत)
Communist Party of India Protest: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और महाराष्ट्र राज्य किसान सभा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जानबूझकर किसानों, खेतीहर मजदूरों, मजबूर मजदूरों, झुग्गीवासियों, संजय गांधी, श्रावण बाल योजना के लाभार्थियों, विकलांगों और निराश्रितों की अनदेखी कर रही है। उनके कई मुद्दे अभी भी लंबित हैं।
सरकार को किए गए वादे की याद दिलाने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और महाराष्ट्र राज्य किसान सभा द्वारा विनोद झोडगे के नेतृत्व में चंद्रपुर जिले के ब्रम्हपुरी में 27 अक्टूबर को एक महाधरना आंदोलन आयोजित किया जा रहा है।
किसानों के कर्ज तुरंत माफ करें, किसानों को ब्याज मुक्त ऋण दें, बाढ़ प्रभावित छात्रों की शिक्षा शुल्क तुरंत माफ करें, मजबूर मजदूरों और झुग्गीवासियों को जमीन के पट्टे दें, भारी बारिश से प्रभावित किसानों को 70,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा दें, 1000 रुपये मानदेय देने का कानून बनाएं।
इस समय विजय उरकुडे, महेंद्र राऊत, तुलसीदास ठाकरे, प्रभु धोटे, शंकर खरकाटे, उत्तम दोनाडकर, प्रशांत बुले, मंगल राऊत, ओंकार ढोंगे, शुभम ठाकरे, सुधीर खेवले, गणेश राऊत, मंगेश प्रधान, नैतिक ढोरे, देवीदास ठाकरे, भाऊराव ठाकरे समेत कई किसान उपस्थित थे।
किसानों, खेतिहर मजदूरों और असंगठित श्रमिकों को 5,000 रुपये प्रति माह देने, संजय गांधी निराधार योजना की बकाया राशि तुरंत लाभार्थियों के खातों में जमा करने, वन-आच्छादित गांवों में बाघों को तुरंत हटाने और मुडजा आवलगांव रोड पर जल्द से जल्द काम शुरू करने की मांग की जा रही है।
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इन मांगों को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक एक विशाल धरना दिया जाएगा और संबंधित मांगों का एक ज्ञापन उपविभागीय अधिकारी को दिया जाएगा।
इस धरना में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आयोजक विनोद झोडगे ने ग्रामीण क्षेत्रों के बारडकिन्ही गांव सहित कई गांवों में बैठकें कर हजारों लोगों से धरना में भाग लेने की अपील की है।