छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पूजन
रायगढ़: मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कोंकण के मालवण स्थित राजकोट में छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।राजकोट में मूर्ति गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, और अजितदादा ने उसी स्थान पर मूर्ति को पुनः स्थापित करने का निर्णय लिया था। सीएम ने मूर्ति की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी।
देश की सबसे ऊंची प्रतिमा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूर्तिकार सुतार ने बहुत सुंदर प्रतिमा बनाई है। कोंकण में विभिन्न प्रकार के चक्रवात आते हैं। तूफ़ान आते हैं। इन सबका अध्ययन करके की इसे बनाया गया है। यदि तेज हवा या तूफान भी आए तो भी प्रतिमा खड़ी रहेगी। यह प्रतिमा लगभग 91 फीट ऊंची है। इसका आधार 10 फुट ऊंचा है। उन्होंने कहा कि यह देश में महाराज की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
100 वर्षो तक टीकी रहेगी प्रतिमा
मूर्ति को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह किसी भी वातावरण में कम से कम अगले 100 वर्षों तक टिकी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिमा बनाने वालों पर अगले 10 वर्षों तक इसके रखरखाव की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस संबंध में गारंटी ली है। जल्द ही आसपास के क्षेत्र का जीर्णोद्धार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर पर्यटकों को छत्रपति शिवाजी के स्वराज्य का अनुभव कराने के लिए काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि इस क्षेत्र का शीघ्र ही विकास किया जाएगा।
कोंकण के विकास के लिए किये जा रहे काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि नितेश राणे ने आसपास के जमीन मालिकों से इस मामले पर चर्चा की है। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, पूर्व मंत्री नारायण राणे, नितेश राणे, शिवेंद्रराजे भोसले समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इस बार, महायुति के पिछले ढाई वर्षों के कार्यकाल के दौरान कोंकण को अधिक महत्व दिया गया था। उन्होंने कहा कि अभी भी कोंकण के विकास के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि हाल ही में मछुआरों को किसानों के समान दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ तनाव को देखते हुए युद्ध नियमों के अनुसार सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।