अमोल खोतकर एनकाउंटर
छत्रपति संभाजीनगर: शहर के कुख्यात अपराधी अमोल खोतकर की एनकाउंटर में मौत हो गई थी। अब इस मामले में अमोल खोतकर के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये है।
छत्रपति संभाजीनगर में बजाजनगर डकैती मामले के संदिग्ध मास्टरमाइंड अमोल खोतकर के परिवार के सदस्यों ने सोमवार आधी रात हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस पर गड़बड़ी का आरोप लगाया।
पुलिस ने हत्या की ली थी सुपारी
अमोल के पिता बाबूराव और बहन रोहिणी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी हत्या की सुपारी ली है, क्योंकि डकैती की शिकायत करने वाले लोग अमीर लोग हैं और पुलिस ने उनसे हाथ मिला लिया है। रोहिणी ने बताया कि अमोल परिवार का इकलौता कमाने वाला था। अगर वह अपराधी होता तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती और कोर्ट इस पर फैसला सुनाता। लेकिन पुलिस ने कानून अपने हाथ में लेकर फर्जी एनकाउंटर में उसे मार डाला।
रोहिणी ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 5 बजे करीब 15 से 20 पुलिसकर्मी उनके घर पर आए। उनमें से सिर्फ एक पुलिस की वर्दी में था, जबकि बाकी सभी सिविल ड्रेस में थे। उन्होंने घर की तलाशी ली और घर का सारा सामान बिखरा दिया, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। फिर उन्होंने घरवालों को बताया कि अमोल घायल हो गया है। इसके बाद उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया।
इस बीच, पुलिस ने बताया कि उन्होंने हाफिजा उर्फ खुशी अख्तर अली शेख (27) नामक एक महिला को गिरफ़्तार किया है। जो मुठभेड़ के दौरान खोतकर के साथ उसकी कार में थी। खोतकर ने चोरी के कुछ गहने अपने पास रख लिए थे, और पुलिस ने बाकी गहने जब्त कर लिए हैं।बताया जा रहा है कि हाफिजा शेख पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और पिछले कुछ सालों से यहीं रह रही थी।
पुलिस ने बताया कि उसने डकैती के कुछ आभूषण बेच दिए हैं। खोतकर पुलिस रिकॉर्ड में एक कुख्यात अपराधी है और उसके खिलाफ कैंटोनमेंट, सिडको एमआईडीसी, बेगमपुरा, खुल्दाबाद, सतारा, बदनापुर, अहिल्यानगर, वेदांतनगर और अन्य पुलिस थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने इस मामले में पहले ही योगेश हज्बे, सुरेश गंगने, सैयद अजहरुद्दीन, सोहेल जलील शेख और महेंद्र बिदवे को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें 10 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।