
पातुर जंगली सूअरों द्वारा नष्ट की गयी कपास की फसल (सौजन्य-नवभारत)
Maharashtra News: पातुर वन विभाग के अंतर्गत आने वाले मलकापुर, तुलजापुर क्षेत्र में जंगली सूअरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थानीय किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस क्षेत्र के खेतों में कपास की फसल कटाई के लिए तैयार थी, लेकिन रात के समय जंगली सूअरों के झुंड ने खेतों में घुसकर फसल को बर्बाद कर दिया, जिससे किसान बेहद परेशान हैं।
घमराज राठोड़, राजेश राठोड़, प्रकाश राठोड़, सुभाष राठोड़, मूलचंद राठोड़, तुकाराम चव्हाण, महादेव राठोड़, शामराव राठोड़ सहित कई किसानों की कपास की फसल जंगली सूअरों के हमले से पूरी तरह नष्ट हो गई है। पिछले कुछ महीनों से इन जानवरों का उत्पात जारी है। इससे पहले भी किसानों ने वन विभाग को नुकसान भरपाई के लिए आवेदन दिए थे, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
जिससे किसानों में नाराजगी का माहौल है। किसानों का कहना है कि “हर वर्ष इस क्षेत्र में जंगली सूअरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। हम दिन-रात खेतों की निगरानी करते हैं, फिर भी झुंड में आने वाले ये सूअर कपास, ज्वार, मक्का सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। हमारी पूरी आय संकट में है।”
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किसानों ने वन विभाग से मांग की है कि प्रभावित क्षेत्र में तुरंत पंचनामा कर नुकसानग्रस्त किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही, जंगली सूअरों के नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं। क्षेत्र में पिंजरे, रोशनी की व्यवस्था और वन रक्षकों की गश्ती टीम तैनात कर किसानों की परेशानी को कम किया जाए।
फिलहाल वन विभाग की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन लगातार बढ़ते जंगली सूअरों के आतंक से किसानों का धैर्य टूटता जा रहा है। यदि शीघ्र ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो किसान आंदोलन की चेतावनी देने की तैयारी में हैं।






