चंद्रपुर में टाइगर अटैक (एआई जनरेटेड फोटो)
चंद्रपुर: शनिवार की सुबह सिंदेवाही वन क्षेत्र में हुई दो अलग अलग घटनाओं में तीन महिलाओं की मौत हो गई और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से क्षेत्र में शोक फैल गया है तथा नागरिकों में भय का माहौल पैदा हो गया है। पहली घटना चारगांव बागे सेल नंबर 252, रिजर्व फॉरेस्ट, डोंगरगांव सिंदेवाही वन क्षेत्र में हुई।
वंदना विनायक गजभिये निवासी चारगांव बागे सुबह करीब 9.15 बजे तेंदू पत्ता इकट्ठा करने गई थीं। इसी समय घात लगाए बैठे बाघ ने अचानक हमला कर दिया। बाघ के हमले से वंदना चीख पड़ीं। उनकी चीखें सुनकर आसपास मौजूद अन्य महिलाएं और पुरुष मदद के लिए दौड़े। लोगों की आवाज सुनकर बाघ जंगल की ओर भाग गया, लेकिन हमले में वंदना गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच की। घायल वंदना को इलाज के लिए सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच इसी वन क्षेत्र के राम (माल) वन क्षेत्र में एक और हृदय विदारक घटना सामने आई। शुभांगी मनोज चौधरी, कांताबाई बुधा चौधरी और रेखा शालिक शेंडे (सभी निवासी मेंढा माल) अन्य महिलाओं और पुरुषों के साथ तेंदू पत्ता इकट्ठा करने के लिए गांव के पास जंगल में गई थीं। दोपहर बाद भी जब वह घर नहीं लौटीं तो परिजनों व ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान डोंगरगांव बीट कक्ष क्रमांक 1355 के मेंढा माल चक जंगल क्षेत्र में तीनों महिलाएं मृत पाई गईं।
नागरिकों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जांच शुरू की और तीनों महिलाओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल भेज दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि मेंढा माल में मरने वाली तीन महिलाओं में एक ही परिवार की सास और बहू शामिल हैं, जिससे गांव में हाहाकार मच गया है। इन घटनाओं से सिंदेवाही वन क्षेत्र में भय का माहौल पैदा हो गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने नागरिकों से वन विभाग के निर्देशों का पालन करने और अकेले या छोटे समूहों में जंगल में प्रवेश न करने की अपील की है।