चंद्रपुर में ओबीसी समुदाय का विरोध प्रदर्शन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Chandrapur News: ओबीसी वर्ग में से मराठा समुदाय को आरक्षण दिए जाने की मांग का सम्पूर्ण ओबीसी समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है। ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए मंगलवार 2 सितंबर को दोपहर 1 बजे चंद्रपुर के गांधी चौक पर विरोध प्रदर्शन आंदोलन किया जा रहा है। साथ ही, ओबीसी सेवा संघ के जिला अध्यक्ष प्रो. अनिल डहाके ने चेतावनी दी है कि अगर मराठा समुदाय को ओबीसी वर्ग में शामिल करने का कोई अनुचित निर्णय लिया गया तो चंद्रपुर में एक विशाल मोर्चा निकाला जाएगा। ओबीसी से मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चंद्रपुर जिलों के ओबीसी संगठनों के प्रतिनिधियों और सम्पूर्ण ओबीसी समुदाय की एक महत्वपूर्ण बैठक धनोजे कुनबी समाज मंदिर चंद्रपुर में एड. पुरुषोत्तम सातपुते की अध्यक्षता में हुई।
इस बैठक में ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि किसी भी परिस्थिति में मराठा असंवैधानिक अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि किसी भी परिस्थिति में मराठा समुदाय को असंवैधानिक तरीके से ओबीसी वर्ग में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए।
इस बैठक में प्रो। अनिल डहाके, एड। विलास माथनकर, एड। पुरूषोत्तम सातपुते, हीराचंद बोरकुटे, एड। दत्ता हजारे, संदीप गिहें, नितिन भटारकर, नंदू नागरकर, पप्पू देशमुख, प्रवीण पडवेकर, राहुल पावड़े, बंडू हजारे, अनिल धानोरकर, डी।के। अरीकर, रणजीत डावरे, डॉ। घाटे, डॉ। कांबले, संजय ढवस, सुनील काले, राजू सखारकर, अक्षय येरगुडे, आकाश नीलकंठ पावड़े, राहुल क्षीरसागर, विनोद लभाने, शैलेश इंगोले और चंद्रपुर जिले के विभिन्न ओबीसी संगठनों और ओबीसी के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण दिलाने के लिए मनोज जरांगे ने 29 अगस्त से मुंबई में आंदोलन शुरू किया है। इसके विरोध में, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने 30 अगस्त से नागपुर के संविधान चौक पर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। बबनराव तायवाड़े, महासचिव सचिन राजुरकर की उपस्थिति में अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की है। इस हड़ताल का सोमवार को तीसरा दिन रहा। इससे पहले 2023 में, महाराष्ट्र सरकार ने एक पत्र देकर कहा था कि मराठा समुदाय को किसी भी परिस्थिति में ओबीसी से आरक्षण नहीं दिया जाएगा।
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एक बार फिर, सरकार राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ को एक पत्र देकर आश्वासन दें कि मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण नहीं दिया जाएगा और तबतक महासंघ अपनी क्रमिक भूख हड़ताल जारी रखेगा। यह मांग की गई है। ओबीसी समाज के आरक्षण की रक्षा के लिए राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ द्वारा संविधान चौक पर शुरू की गई क्रमिक भूख हड़ताल के तीसरे दिन श्रीकांत दौलतकर, शाम लेडे, अशोक चिंचे, कविवर खड़से, डॉ. सुरेश चिकटे, राजू बोचारे, गुणेश्वर अरीकर, गोपाल झाडे, राजकुमार वालके, डॉ। विनोद गावंडे, सुरेश कुथे, गेमराज गोमासे भूख हड़ताल पर बैठे थे।
सोमवार को ओबीसी समाज के अनशन स्थल पर राज्य के गृहराज्यमंत्री पंकज भोयर ने सरकार के प्रतिनिधि के रूप में घोषणा कर रहे हैं कि ओबीसी का आरक्षण प्रभावित नहीं होगा। लेकिन मराठा आंदोलन के कारण हमें सरकार से लिखित बयान नहीं मिलेगा और ओबीसी समाज अडिग रहेगा ऐसा डॉ। बबन तायवाड़े ने स्पष्ट किया। रामदास मसराम आरमोरी, पूर्व नागपुर विधानसभा के विधायक कृष्णा खोपडे, पूर्व विधायक सेवक वाघाये तथा आंदोलन को तिरले कुनबी समाज संगठन, अखिल भारतीय सर्व वर्गज्ञ कलार समाज संगठन, भूषण दड़वे, विदर्भ माध्यमिक संघ के अनिल गोतमरे ने समर्थन पत्र दिया।