कांग्रेस का मोर्चा (सौजन्य-नवभारत)
Chandrapur: राजुरा में किसानों का जमीन का 7/12 कोरा करने की मांग को लेकर निकाले गए मोर्चे में शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सुभाष धोटे के नेतृत्व में आयोजित मार्च में बड़ी संख्या में किसान, युवा, महिलाएं और युवतियां शामिल हुईं। राजुरा तहसील कांग्रेस के सभी अग्रणी संगठनों द्वारा आयोजित इस विशाल मार्च में हजारों किसानों, खेतिहर मजदूरों और नागरिकों ने भाग लिया। भवानी माता मंदिर से तहसील कार्यालय तक निकाले गए इस मार्च में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।
मार्च के माध्यम से सरकार को 27 मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। इनमें किसानों का पूर्ण कर्ज़ माफ़ी और 7/12 को कोरा करना, सूखाग्रस्त घोषित करना और आपदा पीड़ितों को मुआवज़ा देना, महाराष्ट्र जन सुरक्षा विधेयक 2024 वापस लेना, फ़र्ज़ी मतदाता पंजीकरण के मामले में कार्रवाई करना, खाद की कृत्रिम कमी दूर करना, कपास और सोयाबीन उत्पादकों के लिए विशेष पैकेज और कृषि पंपों को नियमित बिजली आपूर्ति,अतिक्रमणकारियों को पट्टे देने, स्थानीय उद्योगों में युवाओं को रोज़गार देने, संजय गांधी निराधार और वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने, महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए ब्याज माफ़ी और सड़कों व जलजीवन मिशन के लंबित कार्यों को तुरंत पूरा करने सहित अन्य मांगों का ज़िक्र है।
जेसीबी और ट्रैक्टरों से रेत निकाली जा रही है। इसे राजनीतिक समर्थन प्राप्त है। पूर्व विधायक सुभाष धोटे ने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस व्यवस्था रेत चोरों का समर्थन कर रही है। विरोध प्रदर्शन में राजुरा तहसीलदार को चेतावनी दी गई कि यदि रेत चोरों पर रोक नहीं लगाई गई, तो अगला मार्च तहसील कार्यालय तक होगा।
केंद्र और राज्य की सत्ताधारी पार्टियों ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। वोटों की चोरी करके सत्ता में आई यह सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय केवल लूट और गुमराह कर रही है।
पूर्व विधायक सुभाष धोटे चंद्रपुर जिले में भाजपा के 5 विधायक होने के बावजूद, जिले में अभी तक सूखा घोषित नहीं किया गया है। भारी बारिश के कारण किसानों की आर्थिक कमर टूट गई है और किसान कर्ज के जाल में फँस गए हैं। भाजपा सरकार को चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करना चाहिए। विरोध प्रदर्शन में मांग की गई कि सरकार किसानों की कमी को पूरा करे।
यह निवेदन राजुरा के तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेजा गया। चेतावनी दी गई है कि अगर सरकार ने इन मांगों को तुरंत नहीं माना तो और ज़ोरदार आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर सांसद प्रतिभा धानोरकर, राजुरा विधानसभा कांग्रेस समन्वयक पूर्व नगराध्यक्ष अरुण धोटे, तालुका अध्यक्ष रंजन लांडे, देवीदास सातपुते, श्रमिक कांग्रेस के सूरज ठाकरे, सभापति विकास देवालकर, नानाजी आड़े, नंदकिशोर वाढई, पूर्व नगरसेवक प्रभाकर येरने, हरजीत सिंह संधू, गजानन भटारकर, विलास तुमाने मौजूद थे।
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साथ ही शहर अध्यक्ष संतोष गटलेवार, बापू धोटे, सुरेश पावड़े, विनोद झाडे, राजू झाड़े, सचिन भोयर, शैलेश लोखंडे, विवेक येरने, महिला कांग्रेस तालुका अध्यक्ष निर्मला कुडमेथे, शहर अध्यक्ष संध्या चांदेकर, कुंदा जेनेकर, जिला महासचिव इजाज अहमद,रामभाऊ देवईकर, तिरुपति इंदौवर, अनुसूचित जाति प्रभाग कांग्रेस तालुका अध्यक्ष कोमल फुसाटे, अब्दुल जमीर, धनराज चिंचोलकर, यूसुफ, रामभाऊ धुमाणे, मंगेश गुरनुले, चेतन जयपुर, पूनम गिरसावले, इंदु निकोडे सहित तालुका कांग्रेस कमेटी, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, किसान प्रकोष्ठ, ओबीसी प्रकोष्ठ, अल्पसंख्यक एवं अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ, तथा अन्य अग्रणी संगठनों के हजारों पदाधिकारी, कार्यकर्ता और नागरिक उपस्थित थे।