(प्रतीकात्मक तस्वीर)
चंद्रपुर: चंद्रपुर जिले का एक 12 वर्षीय बालक अपने नानी के घर घुमने गया था लेकिन उसके साथ ऐसी अनहोनी हुई की वो वापिस चंद्रपुर नहीं आ पाया। चंद्रपुर जिले की सावली तहसील का निवासी 12 वर्षीय बालक गड़चिरोली जिले में खरापुंडी में नानी मंदा रामदास नैताम के पास रहता था। वह अपने नानी के साथ मार्खंडा देव में स्नान के लिए गया। वहां नदी में डूबकर उसकी मौत हो गई। मृतक बालक का नाम चांद वामन मोंगरकर है। वह सावली तहसील का निवासी है। शुक्रवार को व्याहाड बुज के पास वैनगंगा नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी अनुसार व्याहाड बुज निवासी चांद वामन मोंगरकर के माता-पिता मिर्च तोड़ने के लिए गांव से बाहर गए हुए थे। चांद नानी के पास गडचिरोली जिले के खरापुंडी में रहता था। वहां पड़ोसियों का मार्कंडा देव में स्नान होने के कारण नानी और मंथन नैताम, चांद मोंगरकर वहां गए। मंथम और चांद नदी में नहाते करते समय गहरे पानी में जाने से चांद का पैर फिसल गया।
चांद को तैरना नहीं आता था इसलिए उसकी डूबने से मौत हो गई। परिसर के लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहा। इसकी सूचना व्याहाड बुज में मिलते ही परिसर में शोक छाया रहा। गांव में परिवार के एकलौते बच्चे की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है।
विदर्भ की काशी माने जाने वाले गडचिरोली जिले के चामोर्शी जिले के मार्कंडा देव यहां वैनगंगा नदी का प्रवाह उत्तर दिशा की ओर बहता है। यहां हर वर्ष महाशिवरात्रि पर विदर्भ के कई भाविक दर्शन के लिए आते है। यहां के विशेष महत्व को देखते हुए नागरिकों की यहां भीड़ जुटना शुरू हो गई है।
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ऐसे में कई नागरिक स्थान के लिए यहां नदी में उतरते है, लेकिन यहां पानी के गहराई का ज्ञान नहीं होने के कारण लोगों के पैर फिसलने की घटनाएं अक्सर होती रहती है, इसलिए यहां प्रशासन की ओर से सावधानी बरतने की आवश्यकता है।