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मुंबई: पीएम मोदी (PM Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना (Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project) के टर्मिनल स्टेशन का काम शुरू हो गया है। मुंबई के बीकेसी (BKC) में बुलेट ट्रेन (Bullet Train) के भूमिगत टर्मिनस स्टेशन (Underground Terminus Station) के निर्माण पर 3,681 करोड़ का खर्च आएगा। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने यह काम एचसीसी और मेधा इंजीनियरिंग को सौंपा है। इस भूमिगत स्टेशन (Underground Station) के निर्माण के लिए 3681 करोड़ रुपए की निविदा मंजूर हो चुकी है।
गौरतलब है कि इंजीनियरिंग की दृष्टी से अत्यंत कठिन इस काम के लिए मेधा इंजिनियरिंग और एचसीसी के अलावा एफकॉन, एल एंड टी और जे कुमार जैसी कम्पनियां रेस में थी। एफकॉन ने 4,217 करोड़ रुपए और एल एंड टी ने 4,590 करोड़ रुपए की निविदा भरी थी। मेधा इंजीनियरिंग और एचसीसी की सयुंक्त निविदा कम होने के कारण उन्हें काम देने का निर्णय हुआ।
बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) बुलेट ट्रेन स्टेशन पर छह प्लेटफार्म होंगे। बताया गया कि प्रत्येक प्लेटफार्म लगभग 414 मीटर होंगे जो 16-कोच वाली बुलेट ट्रेन को समायोजित करने के लिए पर्याप्त होंगे। स्टेशन की मेट्रो और सड़क परिवहन से कनेक्टिविटी होगी।
यह स्टेशन मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर एकमात्र भूमिगत स्टेशन होगा। इसे जमीनी स्तर से लगभग 24 मीटर की गहराई पर बनाए जाने की योजना है। स्टेशन कुल तीन मंजिल का होगा। स्टेशन को लगभग 2 लाख वर्गमीटर के तल क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इस अत्याधुनिक टर्मिनल पर भव्य वेटिंग एरिया के साथ एक बिजनेस-क्लास लाउंज, एक नर्सरी, टॉयलेट, धूम्रपान कक्ष और सूचना कियोस्क सहित विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार आने के बाद बुलेट ट्रेन के मार्ग में आने वाली सभी रुकावटों को क्लियर किया गया है।
बुलेट ट्रेन के लिए बीकेसी से ठाणे के शिलफाटा तक 21 किमी लम्बी सुरंग बनाई जाएगी। मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) का उपयोग कर सात किमी अंडर-सी टनल भी बनेगा। यह सुरंग भी जमीनी स्तर से करीब 25 से 65 मीटर गहरी होगी और सबसे गहरा निर्माण शिलफाटा के पास पारसिक पहाड़ी से 114 मीटर नीचे होगा। इसकी निविदा भी जल्द फाइनल की जाएगी।
508.17 किमी के इस प्रॉजेक्ट में 384.04 किमी हिस्सा गुजरात में, 155.76 किमी हिस्सा महाराष्ट्र में और 4.3 किमी हिस्सा दादरा नगर हवेली में है। अब बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम स्पीड में चल रहा है। बुलेट ट्रेन के 12 स्टेशन होंगे, जिनमें से आठ गुजरात में, चार स्टेशन महाराष्ट्र में बनने हैं।