काले मास्क गुंडों का आतंक (AI Generated Image)
Bhandara News: सानगडी क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से अज्ञात लोगों की ओर से स्कूल की छोटी छात्राओं को रास्ते में रोककर चाकू दिखाकर धमकाने की गंभीर घटनाओं से हड़कंप मच गया है। मुंह पर काला मास्क बांधे 3 से 5 अज्ञात व्यक्ति केवल छात्राओं को ही निशाना बना रहे हैं।
इस घटनाक्रम से विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों में भारी भय का वातावरण बन गया है। इस संबंध में पंडित जवाहरलाल नेहरू विद्यालय ने साकोली पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई न होने से चिंता और बढ़ गई है।
सानगडी क्षेत्र शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र है। यहां पहली कक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक की शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है। आसपास के 10 से 15 गांवों से करीब तीन हजार छात्र-छात्राएं पैदल, साइकिल और बसों के माध्यम से प्रतिदिन सानगडी आते-जाते हैं। अभिभावकों का कहना है कि जंगल के रास्ते से आने-जाने वाली छात्राओं को सबसे अधिक खतरा है। गांव के बाहर सुनसान सड़कों पर ऐसी घटनाएं होने की आशंका ने सभी को डरा दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, अज्ञात आरोपी चॉकलेट का लालच देकर गाड़ी में बैठो, चिल्लाना नहीं कहते हुए चाकू दिखाकर छात्राओं को डराते हैं। यह बात स्वयं पीड़ित छात्राओं ने बताई है। जिला परिषद प्राथमिक शाला क्रमांक-2 की तीसरी कक्षा की तीन छात्राएं, पंडित नेहरू विद्यालय की पांचवीं कक्षा की दो छात्राएं तथा जिला परिषद हाईस्कूल की पांचवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि मामला किसी अफवाह का नहीं, बल्कि वास्तविक और गंभीर घटनाओं का है।
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सानगडी में पुलिस चौकी मौजूद होने के बावजूद वह निष्क्रिय है। नियमानुसार यहां पुलिस उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबलों की तैनाती होनी चाहिए, लेकिन स्टाफ की कमी का हवाला देकर पूरी चौकी को साकोली में ड्यूटी पर भेज दिया गया है।
इसके चलते सानगडी सहित आसपास के 17 गांवों की सुरक्षा पूरी तरह राम भरोसे है। कुछ अभिभावक जब शिकायत दर्ज कराने चौकी पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला। यह दृश्य प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है। स्थानीय लोगों का सवाल है कि यदि रात में कोई गंभीर घटना घटती है तो मदद के लिए वे किसके पास जाएं।
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पुलिस चौकी होते हुए भी भय में जीने की मजबूरी ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है। नागरिकों ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि चौकी में तत्काल नियमित स्टाफ तैनात किया जाए, गश्त बढ़ाई जाए और आरोपियों की शीघ्र पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए, अन्यथा जनआक्रोश भड़क सकता है।
यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और विद्यार्थियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। छात्रों को अजनबियों से दूर रहने, समूह में आने-जाने और किसी भी संदिग्ध स्थिति में जोर से चिल्लाकर मदद मांगने के निर्देश दिए गए हैं।
यह घटना अत्यंत गंभीर है।पुलिस को लिखित शिकायत दी गई है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए तत्काल कठोर कदम उठाए जाने चाहिए।