Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

पशुखादय की कीमतों में भारी वृध्दि, सरकार की उदासीनता का शिकार हुआ दूध व्यवसाय

  • By navabharat
Updated On: May 31, 2022 | 09:42 PM
Follow Us
Close
Follow Us:

तुमसर. क्षेत्र के किसान खेती के साथ ही चंद रुपये कमाने के उद्देश्य से दूध का व्यवसाय करते हैं. ऐसे में दूध से अधिक जानवरो के चारे के दाम होने से उन्हें विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है. पशुखादय की कीमते भी काफी बढ़ने से किसानो के सामने अनेक सवाल खड़े होने लगे है एवं व्यवसाय करने अथवा नहीं करने के बारे में सोचने के लिए मजबूर हुए है. 

सहकार कानून 1960 के नुसार  क्षेत्र में दूध संकलन का कार्य सहकारी संस्थाये करती है. जिसमे पशुपालको सक्रीय सहभाग होना अपेक्षित होता हैं. इसमे फेडरेशन द्वारा किसानों को पूरी तरह से सहयोग नहीं करने के कारण अनेको ने पशुपालन बंद कर दिया गया है. 

गुणवत्ता के बावजूद नहीं मिलता दाम

दूध की गुणवत्ता होने के बाद भी निजी दूध डेयरीयो द्वारा उचित मूल्य नहीं दिया जाता है. गौपालकों ने बताया की, जनप्रतिनिधियों द्वारा जानबूझकर पशुपालन व्यवसाय को खेती पुरक व्यवसाय बताकर उपेक्षित रखा गया है. इस व्यवसाय को आधुनिक तकनीक से दूर रखा गया है. 

मंडराने लगे हैं संकट के बादल

दूध व्यवसाय में हो रही अनियमितता के कारण गौपालन व्यवसाय की उन्नति अधर में लटकी हुई है. इस व्यवसाय के प्रति जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण परंपरागत चलने वाला पशुपालन व्यवसाय जिससे गौपालकों का विकास संभव था. उसपर संकट के बादल मंडराने लगे है. 

Huge increase in the prices of animal feed the milk business fell victim to the apathy of the government

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: May 31, 2022 | 09:42 PM

Topics:  

  • Animal Feed
  • Bhandara
  • Bhandara News

सम्बंधित ख़बरें

1

दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनता ने उठाया कदम, ग्रामीणों ने भरे तुमसर-बपेरा महामार्ग के गड्ढे

2

Tumsar: बिजली की आंखमिचौली कर रही हलाकान, बिजली विभाग ने सेवाओ को नही किया अपग्रेड

3

अंतरराष्ट्रीय बेघर पशु दिवस : बेसहारा, बेजुबान पशुओं को नया जीवन देने के लिए तैयार ये बॉलीवुड सितारे

4

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भंडारा में उल्हास, दही हांडी, रासनृत्य, जागरण कार्यक्रमों से माहौल कृष्णमय

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.