जर्जर बिजली खंभा बना खतरा (सौजन्य-नवभारत)
Bhandara News: भंडारा तहसील स्थित खैरी (बेटाला) गांव में महावितरण की लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। गांव के ईश्वर ठवकर के खेत के सामने लगा बिजली का खंभा अत्यंत जर्जर हालत में खतरनाक रूप से झुक गया है। यह खंभा कभी भी गिर सकता है, जिससे जानमाल की भारी क्षति होने की आशंका ग्रामीणों ने व्यक्त की है।
महावितरण की लापरवाहीपूर्ण कार्यप्रणाली को लेकर नागरिकों में तीव्र नाराजगी है तथा तुरंत कार्रवाई की मांग की जा रही है। कई साल पहले लगाया गया यह बिजली का खंभा अब पूरी तरह कमजोर हो चुका है। खंभा एक ओर काफी झुक गया है और वर्तमान मौसम में हल्की हवा या दबाव पड़ते ही इसके गिरने का खतरा बढ़ गया है। खंभे पर बड़े भार वाली बिजली की तारें लगी हुई हैं।
यदि यह खंभा टूटकर गिर गया तो तारें जमीन पर आकर करंट फैल सकता है, जिससे इंसानों और पशुधन की जान जोखिम में पड़ सकती है। इस खतरनाक स्थिति के कारण खेतों में काम करने वाले किसान, राहगीर और छोटे बच्चे लगातार जोखिम में हैं। ग्रामीणों का सवाल है कि अगर यह खंभा गिरकर किसी की जान ले गया, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
स्थानीय नागरिकों ने कई बार गणेशपुर बिजली विभाग में मौखिक और लिखित शिकायतें दर्ज कराई हैं लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ टालमटोल भरे जवाब ही मिले।आज नहीं तो कल दुरुस्त कर देंगे। प्रस्ताव भेज दिया है ऐसे जवाब दिए जाते है। वास्तविकता यह है कि अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में महावितरण की धीमी गति, कर्मचारियों की कमी, सामग्री की अनुपलब्धता और काम में लापरवाही जैसी समस्याएं पहले से ही चर्चा में है, परंतु जब मामला सीधे नागरिकों की जान से जुड़ा हो, तब भी विभाग की निष्क्रियता बेहद चिंताजनक है।
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ग्रामीणों का कहना है कि यह सिर्फ एक तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि महावितरण की सुरक्षा के प्रति उदासीनता को दर्शाता है। इस प्रकार की लापरवाही संभावित बड़े हादसे को निमंत्रण देने जैसी है। ईश्वर ठवकर के खेत के सामने स्थित खतरनाक झुका हुआ खंभा तुरंत हटाया जाए और उसकी जगह नया तथा मजबूत खंभा लगाया जाए।साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों, इसके लिए विभाग को सतर्क और जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है।