HSRP नंबर प्लेट (सोर्स: सोशल मीडिया)
Bhandara HSRP News: महाराष्ट्र में वाहन मालिकों के लिए पुराने वाहनों पर “हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगाना अनिवार्य किया गया है, लेकिन भंडारा जिले में यह अभियान सुस्त गति से आगे बढ़ रहा है। भंडारा जिले में 2019 से पहले पंजीकृत कुल 2,62,243 वाहन हैं, जिनमें से अब तक केवल 63,500 वाहनों पर ही HSRP प्लेट लगाई गई है।
शेष 1,98,743 वाहन अभी भी इन प्लेटों से वंचित हैं। पहले इस कार्य की अंतिम तिथि 15 अगस्त 2025 निर्धारित की गई थी, लेकिन वाहन धारकों की उदासीनता को देखते हुए यह 30 नवंबर 2025 तक बढ़ा दी गई है।
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के निर्देशानुसार 1 अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत सभी वाहनों पर एचएसआरपी लगाना अनिवार्य है। भंडारा जिले में लगभग 2।17 लाख दोपहिया वाहन और 1,350 तीनपहिया वाहन हैं। इनमें से 84,113 वाहन मालिकों ने ऑनलाइन पंजीकरण तो कराया है, लेकिन केवल 63,500 वाहनों पर ही वास्तविक फिटमेंट हुआ है।
लगातार समय-सीमा बढ़ाए जाने और नागरिकों की उदासीनता के कारण यह अभियान धीमी गति से चल रहा है। क्षेत्रीय परिवहन विभाग की लगातार अपीलों के बावजूद प्रतिक्रिया बेहद कम है।
भंडारा जिले के लिए FTA HSRP Solutions Pvt. Ltd. को अधिकृत एजेंसी नियुक्त किया गया है। वाहन मालिक www.transport.maharashtra.gov.in तथा http://www.transport.maharashtra.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण और शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि अन्य किसी वेबसाइट पर पंजीकरण करने से धोखाधड़ी की संभावना रहती है।
एचएसआरपी प्लेट एल्यूमिनियम से बनी होती है, जिसमें यूनीक सीरियल नंबर, क्रोमियम आधारित होलोग्राम, लेज़र कोडिंग और लॉकिंग सिस्टम होता है। प्लेट में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ तुरंत पहचानी जा सकती है। इससे वाहन चोरी में कमी, यातायात अनुशासन और डिजिटल ट्रैकिंग में मदद मिलती है।
एचएसआरपी लगवाने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेना अनिवार्य है, लेकिन बुकिंग के बाद प्लेट मिलने में देरी की शिकायतें बढ़ रही हैं। वेटिंग लिस्ट लंबी होने से कई वाहन मालिकों को 2 से 3 महीने तक इंतजार करना पड़ता है। कई लोगों को अधिकृत फिटमेंट सेंटर्स की जानकारी नहीं होने से भ्रम पैदा हो रहा है।
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ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी, अपॉइंटमेंट न मिलना और केंद्रों पर भीड़ जैसी समस्याएं अभियान की गति को धीमा कर रही हैं। सरकार का दावा है कि एचएसआरपी प्लेट से वाहन चोरी रुकेंगी, लेकिन नई गाड़ियों पर एचएसआरपी लगी होने के बावजूद चोरी की घटनाएं दर्ज होने से नागरिकों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोगों का कहना है कि यह योजना सुरक्षा से अधिक राजस्व बढ़ाने का माध्यम बन रही है।
सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश जाधव ने बताया कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाना केवल कानूनी अनुपालन नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा से भी जुड़ा है। 1 अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत सभी वाहनों के लिए HSRP लगाना अनिवार्य है, जिसकी अंतिम तिथि 30 नवंबर 2025 तक बढ़ा दी गई है।
https://mhhsrp.com](https://mhhsrp.com इस अधिकृत वेबसाइट पर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की सुविधा उपलब्ध है। जिले में 18 फिटमेंट सेंटर कार्यरत हैं। वाहन मालिकों को सलाह दी जाती है कि अधिकृत प्रक्रिया के माध्यम से ही प्लेट लगवाएं, ताकि संभावित जुर्माने और असुविधाओं से बचा जा सके।