मासूमों की चीखों से कांपा भंडारा। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
भंडारा: महाराष्ट्र के भंडारा जिले में एक ही दिन में दो अलग-अलग गांवों से मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आने से पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। दोनों ही घटनाएं पवनी तहसील के अंतर्गत आने वाले अड्याळ पुलिस थाना क्षेत्र में घटित हुई हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इन दोनों प्रकरणों में भारतीय दंड संहिता की धारा 64(2)(i), 65(2), 137(2) और पॉक्सो अधिनियम की धारा 4 और 6 के अंतर्गत अपराध दर्ज किया गया है। यह जानकारी उपविभागीय पुलिस अधिकारी मनोज शिडाम और थाना प्रभारी धनंजय पाटिल ने दी।
पहली घटना में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को प्रेम के बहाने फुसलाकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए गए। पीड़िता के गर्भवती होने के बाद यह मामला परिजनों के संज्ञान में आया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने 21 वर्षीय अभय विलास धुर्वे नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने किशोरी को जानबूझकर बहलाकर संबंध बनाए, जबकि उसे लड़की की उम्र की जानकारी थी।
दूसरी घटना 5 जून की शाम लगभग 7:20 बजे की है। 7 वर्षीय बच्ची अपने घर के बाहर पोर्च में खेल रही थी, तभी आरोपी ने उसका मुंह दबाकर पास के खेत में ले जाकर उसके साथ जबरदस्ती की। कुछ देर बाद जब बच्ची रोती हुई घर लौटी, तो मां को घटना की जानकारी मिली। बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने 30 वर्षीय गणेश ज्ञानेश्वर गोटेफोडे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और आगे की पूछताछ जारी है।
दोनों घटनाओं के सामने आने के बाद स्थानीय नागरिकों में रोष फैल गया है। लोगों ने इन मामलों की जल्द सुनवाई की मांग करते हुए कहा है कि दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए, जिससे समाज में कड़ा संदेश जाए। बाल अधिकार से जुड़े संगठनों ने इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि गांवों में बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों, पंचायतों और सामाजिक संस्थाओं को मिलकर कार्य करना होगा। साथ ही, छोटे बच्चों को ‘गुड टच और बैड टच’ की शिक्षा देना अब अत्यंत आवश्यक हो गया है।