औरंगाबाद : औरंगाबाद महानगरपालिका के अतिक्रमण हटाओ विभाग की ओर से महानगरपालिका प्रशासक और कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी और जिले के कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय के आदेश पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए ऐेतिहासिक कमल तालाब के निकट सालों से किया हुआ अतिक्रमण हटाया गया।
शहर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक कमल सरोवर के संबंध में कलेक्टर ने एक कमेटी बनाई है जिसमें महानगरपालिका, पुलिस विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल हैं। उक्त अतिक्रमण हटाने को लेकर पिछले छह महीने से इस क्षेत्र का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता रहा है। ऐतिहासिक कमल झील से सटे और तालाबों में अतिक्रमण करने वाले कुल नौ अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध आज कार्रवाई की गई। कुछ लोगों ने सरोवर में शीट के शेड बनाकर इस स्थान का आवासीय उपयोग प्रारंभ कर दिया था। यह ऐतिहासिक कमल तालाब विभिन्न प्रकार के पक्षियों का घर है, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने इस स्थान पर अपनी जल निकासी लाइनें और अन्य गंदा पानी हर रोज छोड़कर ऐतिहासिक तालाब का परिसर गंदा कर रहे थे। जिससे कई पक्षी यहां नहीं आ पाए और इस तालाब की सुंदरता में बाधा उत्पन्न हुई। बाधा उत्पन्न हो रही थी। इसको लेकर परिसर के नागरिकों ने न्यायालय में महाराष्ट्र राज्य प्रदूषण मंडल के खिलाफ याचिका दायर की थी।
इसको लेकर प्रदूषण मंडल ने अपना अभिप्राय पेश कर जल्द अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया था। उसके बाद भूमापन कार्यालय की ओर से जमीन की गिनती कर अतिक्रमण धारकों से जमीन के दस्तावेज मांगे गए। उनके पास किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं थे। जिसके चलते महानगरपालिका प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी करते हुए 9 अतिक्रमण हटाए। यह कार्रवाई महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी, कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय के आदेश पर महानगरपालिका के अतिक्रमण विभाग प्रमुख रविन्द्र निकम अपर तहसीलदार विजय चव्हाण के मार्गदर्शन में पदनिर्देशित अधिकारी वसंत भोये, इमारत निरीक्षक सैयद जमशीद, रवीन्द्र देसाई, सहायक आयुक्त और वार्ड अधिकारी संजय सुरडकर, पीआई फहिम हाशमी, बेगमपुरा पुलिस स्टेशन के पीआई प्रशांत पोतदार ने पूरी की।