प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Sambhajinagar Railway Division News: राज्यसभा में मंगलवार को सांसद डॉ. भागवत कराड ने छत्रपति संभाजीनगर रेलवे को स्वतंत्र डिवीजन का दर्जा देने की प्रभावी और स्पष्ट मांग उठाई। उन्होंने कहा कि मराठवाड़ा क्षेत्र में रेलवे की आधारभूत सुविधाओं का तेजी से विकास, नए मार्गों की आवश्यकता और औद्योगिक व पर्यटन क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए केंद्र सरकार को इस विषय पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए।
सांसद डॉ. कराड ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर को महाराष्ट्र की पर्यटन राजधानी माना जाता है। अजंठा-एलोरा गुफाएं, कैलास मंदिर, देवगिरी किला, पनचक्की और बीबी का मकबरा जैसी विश्व-प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरों के कारण हर वर्ष लाखों पर्यटक यहां आते हैं।
इसके साथ ही दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत शेंद्रा बिडकीन क्षेत्र में लगभग एक लाख करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश जारी है। ऐसी स्थिति में उन्नत रेलवे सुविधाओं की आवश्यकत्ता और भी बढ़ जाती है।
सांसद डॉ. कराड ने बताया कि वर्तमान में चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस (छ. संभाजीनगर नांदेड) विस्तारित रूप में संचालित हो रही है। इसलिए छत्रपति संभाजीनगर से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के बीच नई वंदे भारत ट्रेन शुरू की जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया किछत्रपति संभाजीनगर में पीट लाइन और सिक लाइन का काम पूरा हो गया है।
उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर को उत्तर भारत से जोड़ने वाले प्रस्तावित संभाजीनगर-कन्नड-चालीसगांव रेलवे मार्ग के सर्वेक्षण पर भी सवाल उठाया। साथ ही संभाजीनगर-पैठण-बीड-सोलापुर इस महत्वपूर्ण मार्ग को तात्कालिक मंजूरी देने की भी मांग की।
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इसके अलावा उन्होंने यह जानकारी भी दी कि संभाजीनगर-अहिल्यानगर-पुणे यह औद्योगिक और उत्तर-दक्षिण भारत को जोड़ने वाला अत्यंत महत्वपूर्ण मार्ग है और इस मार्ग का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। अंत में सांसद डॉ। भागवत कराड ने अपेक्षा व्यक्त की कि उपरोक्त सभी मांगों को स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार मराठवाड़ा क्षेत्र की रेलवे सुविधाओं के विकास को गति देगी।