मराठवाड़ा में बाढ़ (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhaji Nagar News In Hindi: मराठवाड़ा में इस वर्ष बारिश ने भारी तबाही मचाई है। राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून से अब तक बारिश के कारण 86 लोगों की मौत हुई है वहीं 1,683 मवेशियों की जान चली गई है, इसके अलावा, 24 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसलें नष्ट हो गई हैं।
इन क्षतिग्रस्त फसलों में से 75 प्रतिशत यानी 18 लाख हेक्टेयर भूमि पर सर्वेक्षण पूरे कर लिए गए हैं। शेष क्षेत्र पर नुकसान का पंचनामा जारी है। इस बारे में प्रभारी राजस्व अपर आयुक्त संभाजीराव अडकुने ने जानकारी दी। सरकार की ओर से नुकसान का आकलन कर जल्द से जल्द पीड़ित किसानों को सहायता देने की प्रक्रिया चल रही है।
मराठवाड़ा में जून माह से लगातार अतिवृष्टि हो रही है। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर इन चारों महीनों में हुए नुकसान के प्राथमिक आंकड़े राजस्व विभाग द्वारा एकत्र किए गए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, जून से अब तक मराठवाड़ा में खरीफ की लगभग 23 लाख 96 हजार 162 हेक्टेयर भूमि पर फसलों को नुकसान हुआ है। इनमें से 18 लाख 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के नुकसान का पंचनामा (सर्वेक्षण) पूरा हो चुका है। यह कुल नुकसान का 75 प्रतिशत है।
नांदेड़ जिले में सबसे अधिक 6,54,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें नष्ट हुई हैं। बीड़ जिले में 4 लाख 46 हजार हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। धाराशिव, परभणी, संभाजीनगर में भी बड़े पैमाने पर कृषि फसलें प्रभावित हुई हैं। वहीं दूसरी ओर, जून से अब तक मराठवाड़ा विभाग में कुल 86 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें नांदेड़ में 26, संभाजीनगर में 15, हिंगोली में 11, बीड में 11, जालना में 7, परभणी में 6, लातूर में 6 और धाराशिव जिले में 4 लोगों की मौत बारिश के कारण हुई है।
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शीतकालीन अधिवेशन में किसानों को कर्जमाफी का बड़ा तोहफा मिलने की संभावना जताई जा रही है। सरकार ने बकाया कर्ज की जानकारी मांगी है और अक्टूबर के अंत तक इस पर रिपोर्ट पेश किए जाने की उम्मीद है। किसानों पर बैंकों की कुल 35,477 करोड़ की बकाया राशि है। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले सोलापुर जिले के लगभग ढाई लाख किसानों पर बैंकों का 3,976 करोड़ बकाया है जो राज्य में सबसे अधिक है। बकाया न चुकाने के चलते राज्य के 24,73,566 किसानों के लिए बैंकों से कर्ज मिलना बंद हो गया है। वहीं इस साल अतिवृष्टि के कारण राज्य में 69 लाख हेक्टेयर जमीन पर खरीफ फसलों को नुकसान हुआ है। इसी पृष्ठभूमि में सरकार ने किसानों की कर्ज स्थिति की जानकारी मंगाई है।