सांगली में हाईवे पर प्रदर्शन करते किसान
सांगली : शहर में विष्णु अन्ना पाटिल फल मंडी में व्यापारियों द्वारा प्याज की कीमतें कम करने के बाद किसान आक्रामक हो गए। नाराज किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सांगली-कोल्हापुर हाईवे को जाम कर दिया और प्याज की बोरियां सड़क पर फेंक दीं। इस तनावपूर्ण माहौल में कुछ देर तक खरीद-बिक्री का काम ठप रहा। साथ ही हाईवे जाम होने से यातायात भी बाधित हुआ जिसे बाद में पुलिस ने खुलवाया।
इसके बाद मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने व्यापारियों और किसानों की मांग पर समझौता किया, जिसके बाद खरीद-बिक्री शुरू हुई। इस बीच पुलिस ने बिना इजाजत प्रदर्शन करने पर कुछ किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोलापुर जिले के किसान फल बाजार में बिक्री के लिए प्याज लाए थे। इस दौरान मंडी में व्यापारियों ने ढाई से पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल तक प्याज के दाम कम कर दिये। उत्पादन लागत के साथ-साथ परिवहन लागत भी न मिलने पर किसान आक्रामक हो गए। विरोध स्वरूप गुस्साए किसानों ने सांगली-कोल्हापुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। इस दौरान उन्होंने बिक्री के लिए लाए गए प्याज को भी हाईवे पर फेंक दिया। गुस्साए किसानों ने करीब एक घंटे तक हाईवे को जाम करके रखा जिससे हाईवे पर आने-जाने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और किसानों के हाईवे से हटाकर यातायात बहाल किराया। पुलिस ने बिना इजाजत हाईवे जाम करने के लिए कुछ किसानों पर केस भी दर्ज किया।
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विरोध कर रहे किसानों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सांगली के फल बाजार में व्यापारियों द्वारा जानबूझकर प्याज की कीमतें कम की जा रही हैं। किसानों ने आरोप लगाया कि जहां अन्य जिलों में प्याज की दरें अच्छी हैं, वहीं सांगली जिले में व्यापारियों द्वारा किसानों को लूटा जा रहा है। किसानों के विरोध प्रदर्शन की सूचना पाते ही बाजार समिति के सचिव महेश चव्हाण और कई अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की। किसान संघ के नेता रघुनाथ पाटिल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों और व्यापारियों से चर्चा की जिसके बाद किसानों ने अपना विरोध वापस ले लिया।