अनीस अहमद (सौ. सोशल मीडिया)
नागपुर : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होने के बाद मंगलवार को नामांकन की आखिरी तारीख थी। इस दौरान सभी उम्मीदवारों को अपना नामांकन दाखिल करना था, ताकि वह चुनाव लड़ सकें। लेकिन राज्य सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके अनीस अहमद को ऐसा करने का मौका नहीं मिला। क्योंकि वह नामांकन दाखिल करने की समय सीमा से महज 2 मिनट की देरी से कलेक्टर ऑफिस पहुंचे थे, जिसकी वजह से उनका नामांकन स्वीकार नहीं किया गया।
कांग्रेस के पूर्व नेता और राज्य सरकार में मंत्री रह चुके अनीस अहमद ने महाराष्ट्र की नागपुर सेंट्रल सीट पर जमकर हंगामा किया। सिर्फ कुछ मिनटों की देरी के चलते उन्हें सीट से नामांकन दाखिल नहीं करने दिया गया। इसके लिए उन्होंने कई तरह की परेशानियों का हवाला दिया था, लेकिन अधिकारियों ने उनका नामांकन स्वीकार नहीं किया। अहमद ने बताया कि रोड बंद हो जाने, वाहन की परेशानियां, सुरक्षा प्रोटोकॉल और ऐन मौके पर दस्तावेजों के काम की वजह से उन्हें थोड़ी देरी हो गई। जिसके बाद वह डीएम ऑफिस के परिसर में धरने पर बैठ गए और नामांकन लेने की मांग करने लगे।
आपको बता दें कि चुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक चलती है। सभी को इसी समय सीमा में निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन के हिसाब से अपना नामांकन करना होता है।
तरह तरह की चर्चाएं
अनीस अहमद पिछले चार दशक से कांग्रेस के साथ थे, फिर वह वंचित बहुजन अघाड़ी यानी VBA में शामिल हो गए। इस मामले में उनका कहना था कि वह 3 बजे की डेडलाइन से चूक गए, जिसकी वजह से रिटर्निंग अधिकारी ने उनका नामांकन स्वीकार नहीं किया। जानकारी के अनुसार वीबीए को नागपुर सेंट्रल सीट से प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।, जिसकी वजह से इसका फायदा कांग्रेस को हो सकता है। कई लोग इसे चुनावी मैदान में उतरने से बचने की योजना भी बता रहे हैं।
कांग्रेस पर लगाया पक्षपात का आरोप
तीन बार के विधायक रह चुके अनीस ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुसलमानों, दलितों, तेलियों, हिंदी भाषा आबादी के साथ अन्याय किया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस पर पक्षपात का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम और दलित अब कांग्रेस से दूर हो गए हैं। वह अब तीसरे मोर्चे वीबीए को मतदान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के नतीजे महाराष्ट्र में भी दोहराए जाएंगे।
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: नवाब मलिक ने डाली महायुति में दरार, भाजपा के नेता नहीं करेंगे प्रचार!
महाराष्ट्र में आगामी चुनाव 20 नवंबर को होने वाला है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान किया जाएगा। जिसका परिणाम 23 नवंबर को आएगा। इसके लिए सभी राजनीतिक पीर्टियों के उम्मदीवारों ने नामांकन भर दिया है। वहीं चुनाव प्रचार की तैयारी और पार्टियों के बीच वाद विवाद भी जारी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस बार किस पार्टी पर भरोसा जता पाएगी।