बच्चू कड़ू प्रेस वार्ता (सौजन्य-नवभारत)
Amravati News: प्रहार संगठन के अध्यक्ष बच्चू कडू ने सरकार के आश्वासन के बाद नागपुर में ‘महा एल्गार’ आंदोलन स्थगित कर दिया। सरकार ने आंदोलन समाप्त किया, बच्चू कडू ने वापिस लिया, यह आरोप विरोधियों ने लगाए। इस पर बच्चू कडू ने रविवार को पत्र परिषद लेकर विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर हम मैनेज हुए तो अब अन्य लड़कर बताएं।
कडू ने कहा कि हमारे आंदोलन को राज्य भर से भारी समर्थन मिला। आंदोलन सफल रहा। फिर भी अगर हम पर आरोप और आलोचनाएं लग रही हैं, जिससे अब हमें आगे आंदोलन करना है या नहीं, यह सोचना पड़ेगा। लेकिन आंदोलन हमारे खून में है। आंदोलन के कारण मेरे खिलाफ 350 अपराध दर्ज हुए हैं। इस आठ माह दौरान हुए आंदोलन में 50 अपराध दर्ज किए गए हैं।
अगर हमें ‘मैनेज’ किया गया होता, तो क्या ऐसा होता? विरोधक कह रहा है कि हमें ‘मैनेज’ किया गया है। इसलिए अब से बाकियों को लड़ना चाहिए। हमने कर्जमाफी के लिए संघर्ष शुरू किया था, अब इसे पूरा करने की जिम्मेदारी हम पर है। हम इसके लिए मरना पसंद करेंगे। अब जो लोग बाकी मुद्दों पर बोल रहे हैं, उन्हें लड़ना चाहिए। ऐसा उन्होंने कहा।
हम कर्ज माफी जरूर करवाएंगे। अब बाकी मुद्दों पर दूसरों को लड़ने दो, राज्य में कई नेता हैं। हम उनके आंदोलन में कार्यकर्ता के रूप में शामिल होंगे। कडू ने कहा कि विरोध करना मुश्किल है। विरोध के विभिन्न चरणों में कुछ निर्णय लेने होते हैं। हमने मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में आयोजित बैठक में तीन घंटे तक चर्चा की।
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सरकार कर्ज माफी की तारीख की घोषणा करने को तैयार नहीं थी। बैठक से दो बार उठने की नौबत आ गई। लेकिन, आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की कि 30 जून, 2026 से पहले कर्ज माफी पर फैसला लिया जाएगा। सरकार के पास धन की कमी है और कर्ज माफी सही समय पर देने की बात कहीं गई।