नेहरू मैदान की स्थिति (सौजन्य-नवभारत)
Amravati News: अमरावती में विगत कुछ दिनों से चर्चा का विषय बने शहर के मध्यवर्ती क्षेत्र नेहरू मैदान में बड़ी मात्रा में फेंके जा रहे कचरे के कारण उत्पन्न हुई स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी गंभीर समस्या पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष आशीष येरेकर ने मंगलवार को आपात आदेश जारी कर नेहरू मैदान परिसर का संपूर्ण कचरा 48 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं।
जारी आदेश के अनुसार, शहर के मध्य स्थित मैदान में बड़े पैमाने पर कचरा डंप किया जा रहा है। इससे न केवल आस-पास के व्यवसायी और नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ रहा है, बल्कि संक्रामक रोग फैलने की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता। इस संदर्भ में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (MPCB) ने भी कचरे के कारण होने वाले प्रदूषण की जानकारी दी है।
इसके बाद आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से कचरा हटाने और उचित सैनिटाइजेशन एवं स्वच्छता अभियान चलाने का आदेश जारी किया है। आदेश का पालन न करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन कानून के तहत कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह मामला नागरिकों के स्वास्थ्य और शहर की स्वच्छता से जुड़ा हुआ है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
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शहर का ऐतिहासिक नेहरू मैदान को कचरे का डंपिंग यार्ड बनाने को लेकर कई बार आवाज उठी लेकिन मनपा के अधिकारी और ठेकेदार इसको लेकर कोई दखल नहीं ले रहे थे। इस बीच मैदान को लेकर उठे विवाद के चलते मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक ने नेहरु मैदान में अपने अधिकारियों के साथ दौरा कर यहां की संपूर्ण जानकारी ली। आयुक्त ने मैदान सहित स्कूल व टाउन हॉल का जायजा लिया। यह दौरा पालकमंत्री के सोमवार को दिए गए बयान के बाद किया गया।