अमरावती. पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महात्मा फुले आरोग्य योजना में डेढ़ लाख तक चिकित्सा खर्च मंजूर था जिसे शिंदे सरकार ने बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया है. यह फुले स्वास्थ्य कार्ड अथवा केंद्र का आयुष्मान कार्ड लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है. जो उनकी जिंदगी बीमारियों से बचाता आ रहा है. कार्ड की मदद से प्रदेश में कहीं भी 5 लाख रुपए तक चिकित्सा निःशुल्क उपलब्ध है. इससे आमजनों विशेषकर गरीब तबके को बड़ी सहायता हुई है. सरकार व्दारा योजना हेतु 1,250 करोड़ रुपए खर्च का नियोजन करें.
पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के लिए पुलिस कवायत मैदान पर आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर का उद्घाटन कर वे उपस्थितों के संबोधित कर रहे थे. इस समय उन्होंने पुलिस प्रशासन की विशेष आधुनिक रुग्णवाहिका की मांग पूर्ण की.
अमरावती के लिए कोल्हापुर और पुणे के समान आधुनिक अस्पताल एम्बुलन्स का आश्वासन दिया जिसमें मुफ्त में स्वास्थ्य जांच और दवाएं, इंजक्शन तथा अन्य सुविधा होगी. इस समय मंच पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे, नवनीत राणा, विधायक प्रताप अडसड, रवि राणा, सुलभा खोडके, एसआईजी जयंत नाईकनवरे, सीपी रेड्डी, पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल आदि उपस्थित थे. मंत्री पाटिल ने कहा कि स्वास्थ्य को लेकर वे भी पहले आमजनों की तरह विशेष सावधान नहीं थे. किंतु कोविड महामारी दौरान आए अनुभव ने उन्हें सजग कर दिया. वे लोगों से स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहने की अपील की.
शिविर में डॉ. अनंत काकाणी, डॉ. सिकंदर आडवानी, डॉ. कौस्तुभ सारडा, डॉ. पवन अग्रवाल, डॉ. योगेश सावदेकर, डॉ. योगेश झंवर, डॉ. दीपक अग्रवाल, डॉ. माधुरी अग्रवाल, डॉ. प्रजा बनसोड, डॉ. नीरज राघानी, डॉ. स्वप्नील रुद्रकार, डॉ. प्रांजल शर्मा डॉ. आरती काबरा डॉ. नीलिमा अर्डक, डॉ. पूनम राठी, डॉ. अनुराधा काकाणी, डॉ. श्याम राठी, डॉ. भूषण सगणे, डॉ. अनघा कलोती, डॉ. साक्षी शाह, डॉ. डी. जे. आडवानी, डॉ. विनित साहू आदि ने पुलिस कर्मियों, अधिकारियों तथा उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच की.