अमरावती न्यूज
Infant burned under superstition: मेलघाट के चिखलदरा में मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां मात्र 23 दिन के मासूम शिशु को अंधविश्वास के नाम पर अगरबत्ती से चटके देने का हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। शिशु की परिचित महिला ने बच्चा का पेट फूलने के कारण डमा कूप्रथा करते हुए पेट पर अगरबत्ती के चटके दिए। मां की शिकायत पर चिखलदरा पुलिस ने एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शिकायत के अनुसार शिकायतकर्ता महिला के 23 दिन के शिशु का 21 अक्टूबर 2025 को पेट फूल गया था। साथ ही उसे दस्त लगे थे। इसलिए उसकी तबीयत अच्छी होने के उद्देश्य से परिचित आरोपी महिला ने गावरानी इलाज के रूप में वहीं पुरानी रीति परंपरा के अनुसार अघोरी इलाज किया। उसके नवजात बच्चे के पेट पर अगरबत्ती से चटके दिए।
इसे आदिवासी क्षेत्र में ‘डमा’ देना ऐसा कहा जाता है। जिससे बालक की तबीयत और बिगड गई। जिससे उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। अस्पताल में बच्चे को डमा देने की बात सामने आने पर मां की शिकायत पर चिखलदरा पुलिस ने महिला आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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अमरावती के चांदूर बाजार तहसील के गोविंदपुरा निवासी शेख अशफाक शेख मस्तान (40) मजदूरी के रुपए मांगने करजगांव गया था। जहां रास्ते में मवेशी बंधे रहने से उसने रास्ते पर मवेशी न बांधने की बात कहीं। जिस पर शेख रफीक शेख मजिद, उमरा बी शेख रफीक, शेख रिजवान उर्फ रिज्जू शेख रफीक, शेख फैजान ने शेख अशफाक से मारपीट कर जख्मी किया। शिकायत पर शिरजगांव कसबा पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।