प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (सोर्स: एक्स@RealBacchuKadu)
अमरावती: विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू होते ही राज्य में तीसरा गठबंधन बनाने की चर्चा तेज हो गई हैं। एक ओर जहां भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति तो दूसरी ओर कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) हैं। अब अमरावती से विधानसभा चुनाव के लिए तीसरा मोर्चा खोलने की तैयारी हो रही है। प्रहार जन शक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू ने तीसरा मोर्चा की बात कर राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है।
प्रहार जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष और विधायक बच्चू कडू ने अब की बार विधानसभा चुनाव में तीसरी आघाड़ी मैदान में उतारने की घोषणा की हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारा तीसरा मोर्चा नहीं होगा, बल्कि यह किसानों, खेत मजदूरों, मेहनतकशों का एक स्वतंत्र मोर्चा होगा। बच्चू कडू ने कहा कि हम अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंग यदि मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में क्या करना है यह फैसला किया जाएगा।
जिला बैंक में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बच्चू कडू ने कहा कि राज्य में किसानों और खेत मजदूरों की कई समस्याएं हैं। इसके समाधान को प्राथमिकता देने की जरूरत है जिसके लिए हम किसानों, मेहनतकशों का एक स्वतंत्र मोर्चा बना सकते हैं। हम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक प्रस्ताव सौंपेंगे। विधानमंडल के सत्र के बाद हम अपनी मांगें उनके समक्ष रखने जा रहे हैं, मुख्यमंत्री हमें चर्चा के लिए आमंत्रित करने जा रहे हैं। उनसे चर्चा के बाद अगला कदम तय किया जाएगा, अगर मुख्यमंत्री प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं तो मैं अपना अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र भी उन्हें दे दूंगा। अगर प्रस्ताव नहीं माना गया तो हम 15-20 जगहों पर उम्मीदवार उतारने और स्वतंत्र रूप से लड़ने के लिए तैयार हैं।
फर्जी विकलांग प्रमाणपत्र बनवाकर सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले फर्जी विकलांगों को सबक सिखाने के लिए हंटर आंदोलन करने की चेतावनी प्रहार ने जारी की। फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो 9 अगस्त के बाद प्रहार हंटर मारो आंदोलन शुरू करेगा। दिव्यांग की थाली छीनने वालों को छोड़ेंगे नहीं।