अमरावती में गागर मोर्चा में शामिल महिलाएं व शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ता (सोर्स: सोशल मीडिया)
अमरावती: तेज धूप में अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर के नागरिक पानी की किल्लत से परेशान है। तेज धूप में पानी के लिए महिलाओं को इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। शहर को जलापूर्ति करने वाले चांदी प्रकल्प में पर्याप्त जलसंग्रह होने पर भी नगर पंचायत के नियोजन के अभाव में 10 से 15 दिन के अंतराल में जलापूर्ति की जा रही है। पानी की समस्या से जूझ रहे नागरिकों ने नगर पंचायत प्रशासन के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया।
शिवसेना (यूबीटी) के विधानसभा समन्वयक प्रकाश मारोटकर के नेतृत्व में सैकडों महिलाओं ने नगर पंचायत कार्यालय पर गागर मोर्चा निकाला। इस समय गागर फोड़कर महिलाओं ने अपना गुस्सा व्यक्त किया और सुचारू जलापूर्ति करने की मांग मुख्य अधिकारी से की।
इस दौरान मुख्य अधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को जलापूर्ति अभियंता, कर्मचारियों की तत्काल बैठक लेकर जलापूर्ति सुचारू करने संबंध में जल्द ही उपाय योजना करने आश्वासन दिया।
इस दौरान पूर्व उपनगराध्यक्ष प्रीति इखार, पूर्व सभापति रेखा नागोलकर, रेवती परसनकर, नीलेश इखार, रवि ठाकुर, सुनील गुरमुले, गुणवंत चांदूरकर, मनोज ढोके, चेतन डकरे, गोपाल बनकर, नीलेश मारोटकर, लीलाधर चीधरी, चंदू कुकडे, नामदेव सोनोने, सूरज लोमटे, राजे डोक, सुमित लोमटे, कृष्णा सपकाल, अक्षय मारोटकर, शेख मेहताब, अनिल बुवले, प्रेम हिवराले, विजय पेटले, अनिकेत गटूले, मेघा बनकर, सविता सोनोने, सुरेखा परसनकर, कविता धांडे, मंदाबाई नालट, कल्पना बनारसे, आदि सहित अन्य महिलाएं बडी संख्या में उपस्थित थी।
इधर अमरावती जिले के अचलपुर शहर के नागरिक इन दिनों दूषित जलापूर्ति की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों में पीले और बदरंग पानी की आपूर्ति हो रही है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी है। इस जल को पीने से उल्टी, दस्त, पेटदर्द जैसी बीमारियां फैल रही हैं। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बीमार लोगों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।