घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची पुलिस (सोर्स: सोशल मीडिया)
Amravati Murder News: अमरावती जिले के नांदगांव पेठ थाना क्षेत्र के वालकी रोड पर बोरनदी परियोजना के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने दोपहर करीब 3.30 बजे चार अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियारों से एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी। दिनदहाड़े हुई इस रक्तरंजित वारदात से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मन्या उर्फ मंथन रविंद्र पालनकर (शिलांगण रोड, सातुर्णा, अमरावती) कुछ माह पूर्व अमरावती में हुए यश रोडगे हत्याकांड का आरोपी था। 8 दिन पहले ही अपराध शाखा ने उसे एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद वह जमानत पर रिहा हुआ था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह इस मामले के एक आरोपी ने मंथन को मोबाइल पर संदेश भेजकर वालकी रोड पर बुलाया था। तय स्थान पर जैसे ही मंथन बिना नंबर प्लेट की स्पोर्ट्स बाइक से बोरनदी प्रकल्प के प्रवेश द्वार के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे चार हमलावरों ने उसे घेर लिया। कुछ समझ पाता उससे पहले ही उसकी गर्दन, हाथ और पेट पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ वार किए गए। गंभीर रूप से घायल मंथन मौके पर ही खून से लथपथ होकर गिर पड़ा।
घटना की सूचना मिलते ही राहगीरों ने तुरंत नांदगांव पेठ पुलिस को जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिनेश दहातोंडे के नेतृत्व में पुलिस दल मौके पर पहुंचा। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की। पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला सामान्य अस्पताल भेजा गया। घटनास्थल से बिना नंबर की बाइक जब्त की गई है।
प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि यश रोडगे हत्याकांड का बदला लेने के लिए ही मंथन की हत्या की गई। पुलिस इसी दिशा में जांच कर रही है। दिनदहाड़े हुई इस हत्या से कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं और नागरिकों में रोष व्याप्त है। आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और प्रत्यक्षदर्शियों के आधार पर जांच तेज कर दी गई है।
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नांदगांव पेठ के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिनेश दहातोंडे ने बताया कि हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की। जिस दोपहिया वाहन से मंथन घटनास्थल पर आया था, उसके आधार पर वाहन मालिक की जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपियों का सुराग लगाने के लिए विशेष टीमों को संभावित दिशाओं में रवाना किया गया है।
यश रोडगे हत्याकांड के बाद मंथन पालनकर लंबे समय से विरोधी गुट के रडार पर था। सातुर्णा और नवाथे इलाके में उसकी आवाजाही और उसके साथ रहने वाले गिरोह के कारण वहां हमला करना कठिन था। इसलिए योजनाबद्ध तरीके से उसे संदेश भेजकर वालकी रोड पर बुलाया गया और उसकी हत्या की गई, ऐसा जांच में सामने आ रहा है।