सुरक्षाबल (सोर्स- नवभारत)
अकोला: आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले में चुनाव प्रक्रिया को भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए अकोला पुलिस दल तैयार है। बाहरी अर्धसैनिक बल बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के साथ-साथ पंजाब पुलिस पीएस और एपी की कुल 8 कंपनियां विधानसभा चुनाव की सुरक्षा के लिए अकोला पुलिस दल में शामिल हो गई हैं। इनमें एक महिला सीआरपीएफ कंपनी भी शामिल है।
अकोला जिला पुलिस दल द्वारा जिले में चुनाव के मद्देनजर विभिन्न कार्रवाइयों के साथ रूट मार्च, पैदल गश्त और नाकाबंदी शुरू की गई है। विधानसभा चुनाव प्रक्रिया को भयमुक्त और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए अकोला पुलिस द्वारा अर्धसैनिक बल के साथ मिलकर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 84 रूट मार्च निकाले गए हैं।
इसके साथ ही पुलिस स्टेशन स्तर पर संवेदनशील क्षेत्रों में पैदल पेट्रोलिंग और नाकाबंदी का आयोजन किया गया है। इसमें भी अर्धसैनिक बल का सहयोग लिया गया है। अर्धसैनिक बल का विधानसभा चुनाव की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।
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पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे, उप विभागीय पुलिस अधिकारी, पुलिस निरीक्षक, पुलिस अमलदार, अर्धसैनिक बल के साथ आरसीपी और क्यूआरटी भी शामिल थे। इसके साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस स्टेशन स्तर पर स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल द्वारा पैदल गश्त और नाकाबंदी की जा रही है।
इन टुकड़ियों में लगभग 650 अधिकारी और जवान शामिल हैं। जिनमें एक महिला सीआरपीएफ कंपनी भी शामिल है। जिले में अकोला पुलिस द्वारा अकोला शहर उपविभाग में 34, अकोट उपविभाग में 14, मुर्तिजापुर उपविभाग में 19 और बालापुर उपविभाग में 17, इस प्रकार कुल 84 रूट मार्च निकाले गए हैं। इनमें अकोला शहर और अकोट शहर में बड़े पैमाने पर रूटमार्च निकाले गए हैं।