अकोला में बारिश से नुकसान (सौजन्य-नवभारत)
Akola News: अकोला जिले में इस वर्ष अगस्त और सितंबर माह में हुई अतिवृष्टि के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस भीषण बारिश के कारण अनेक स्थानों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। जिले की कई नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ जाने के कारण करीब 62 गांव प्रभावित हुए, जबकि 425 से अधिक घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा। इस भीषण आपदा में 5 लोगों की मौत हो गई थी और 20 पशुओं की भी जान चली गई थी।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को प्रति व्यक्ति 4 लाख रु. की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। बाढ़ के कारण जिले में कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं है, जिससे कई किसान आर्थिक संकट में फंस गए हैं। कुछ क्षेत्रों में तो खेतों में खड़ी फसलों में बारिश का पानी जमा हो गया है।
कृषि माल के नुकसान ने किसानों को कर्ज और मुसीबत की दोहरी मार दी है। राज्य सरकार ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। यह सहायता राशि सीधे संबंधित किसानों के बैंक खातों में जमा करने की घोषणा की गयी है।
इस प्राकृतिक आपदा के चलते जिले के सातों तहसीलों में गर्ज के साथ बारिश की मार झेलते हुए 425 घरों को आंशिक क्षति पहुंची। इनमें से 285 घरों को कुल 10 लाख 85 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। वहीं, बाढ़ में 5 लोगों की मौत हुई, जिनमें तेल्हारा तहसील के 3 और मुर्तिजापुर तहसील के 2 नागरिक शामिल हैं। इन सभी मृतकों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से कुल 20 लाख रु. की राहत राशि प्रदान की गई है।
इसके अलावा, बाढ़ में 8 छोटे और 12 बड़े पशुओं की मौत हुई, जिससे पशुपालकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह स्पष्ट हुआ है कि जिले की सभी तहसीलें इस आपदा से प्रभावित हुई हैं। सरकार की ओर से राहत कार्य जारी हैं और प्रभावितों को यथासंभव सहायता पहुंचाई जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए ठोस योजना तैयार की जाएगी।
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सरकार का काम है कि, जिन किसानों के खेतों में फसलों का नुकसान हुआ है। उन किसानों को शीघ्र अति शीघ्र आर्थिक सहायता प्रदान करें तथा सरकार ने किसानों के लिए जो कर्ज मुक्ति की घोषणा की थी उस पर तुरंत अमल किया जाए। यदि सरकार द्वारा नुकसानग्रस्त किसानों को तुरंत आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी तो ही जिले के किसानों की दीपावली ठीक तरह से होगी। इस कारण इस ओर सरकार ने गंभीरता से ध्यान देते हुए तुरंत किसानों को आर्थिक मदद देनी चाहिए।
– धनंजय मिश्रा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय किसान ब्रिगेड।