आरक्षण के विरोध में भाजपा: जीतेंद्र आव्हाड ने मंडल यात्रा सभा में लगाया आरोप (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Akola News: भाजपा अपने प्रचार में कहती थी कि हमारा डीएनए ओबीसी है। हालांकि, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह ने देश में ओबीसी समुदाय के विकास के लिए मंडल आयोग लागू किया, तो भाजपा ने कमंडल यात्रा निकालकर इस आरक्षण का विरोध किया था। इसलिए भाजपा का ओबीसी प्रेम झूठा है। जनता को यही याद दिलाने के लिए ही राज्य में मंडल यात्रा का आयोजन किया गया है। यह बात एनसीपी शरदचंद्र पवार के नेता और पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने कही।
रिंग रोड इलाके में जनोलकर मंगल कार्यालय में एनसीपी शरदचंद्र पवार द्वारा मंडल यात्रा सभा आयोजित की गई थी। एनसीपी जिलाध्यक्ष संग्राम गावंडे की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम का मार्गदर्शन एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने किया। इस अवसर पर पार्टी के ओबीसी प्रदेश प्रमुख राज राजापुरकर, पूर्व मंत्री गुलाबराव गावंडे, राष्ट्रवादी नेत्री डॉ. आशा मिरगे, प्रो. विश्वनाथ कांबले, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सैयद यूसुफ अली, देवानंद टाले, जिप सदस्य विशाल गावंडे, संभागीय महिला अध्यक्ष नंदा पाउलझगड़े, महानगर महिला अध्यक्ष सरला वरघट, ओबीसी प्रदेश समन्वयक आसिफ खलीफा, ओबीसी जिला अध्यक्ष विष्णुदास धुईधाट आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर ओबीसी नेता राज राजापुरकर ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद चंद्र पवार के मार्गदर्शन में राज्य में चल रही मंडल यात्रा की जानकारी दी और पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से मंडल यात्रा का संदेश घर-घर तक पहुंचाने और राज्य में समानता की अलख जगाने का आह्वान किया। जिलाध्यक्ष संग्राम गावंडे ने परिचय कराया और बताया कि जिले में मंडल यात्रा का जोरदार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस मंडल यात्रा सभा में जिले के अधिकांश ओबीसी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर अनेक पदाधिकारियों ने मंडल यात्रा की उपयोगिता और ओबीसी समाज के लिए इसकी आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए।
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जिला महामंत्री आनंद पिंटू वानखड़े ने संचालन एवं विष्णु लोडम ने आभार माने। इस समय इब्राहिम घानीवाला, कैलास गोंडाचवर, शंकरराव चौधरी, अजय पगरूट, शिवाजी म्हैसाने, राजेश भाकरे, अशोक नाराजे, श्रेयस चौधरी, मंगेश कुकड़े, सतीश गावंडे, इजाज खान, राम कोर्डे, निज़ामभाई इंजी, गजानन भटकर, अल्पसंख्यक अध्यक्ष प्रो. बिस्मिल्ला खान, शेषराव तायडे, महेश लाबड़े, राजेंद्र मोहोड, राजेंद्र इंगोले, शिवाजी पाटोकर, परिमल लहाने, गोपाल कटाले, दिवाकर गावंडे, सागर कोर्डे, रामेश्वर वाघमारे, श्रीधर मोरे, राजेश राऊत, करण डोड, पंकज गावंडे, रवि महल्ले, पापाचंद्र पवार, बाबा घुमरे, योगेश सोनोने, शैलेश बोडाडे, परिमल लहाने, अविनाश ठाकरे, प्रोफेसर डॉ. गजानन वाकोड़े, ज्ञानेश्वर सावरकर, ज्ञानेश्वर माली, श्रीकांत साबले, विवेक बोचे, वैभव नागलवाड, प्रकाश सोनोने, सुगत तायडे, श्रीकांत साबले, प्रमोद बंसोड़, संदेश घनबहादुर, कोकिला वाहुरवाघ, सरला वरघट, मनीषा महल्ले, मेघा पाचपोर, संगीता डालू सहित जिले के पदाधिकारी, युवा कार्यकर्ता, महिला-पुरुष बड़ी संख्या में उपस्थित थे।